गंगनेउंग (दक्षिण कोरिया) : उत्तर कोरिया के नेता किम जांग उन की बहन दक्षिण कोरिया के अपने तीन दिन के तूफानी दौरे के बाद स्वदेश रवाना हो गईं.दक्षिण में विंटर ओलंपिक के दौरान वह विश्व हस्तियों के बीच बैठीं और सात दशक पुरानी दुश्मनी को खत्म करने पर केंद्रित एक कूटनीतिक पेशकश की.किम यो जोंग शेष उत्तर कोरियाई प्रतिनिधिमंडल के साथ अपने भाई के निजी विमान में बीती रात प्योंगयांग रवाना हो गयीं.
इससे एक दिन पहले उन्होंने सोल के राष्ट्रपति भवन में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जाई के साथ दोपहर भोज के दौरान शिखर सम्मेलन को लेकर अपने भाई की उम्मीद को राष्ट्रपति से साझा किया.इससे उत्तर कोरिया के लगातार परमाणु हथियार और लंबी दूरी की मिसाइलें विकसित करने के चलते महीनों से चले आ रहे तनाव के विपरीत माहौल दिखा.
उत्तर कोरियाई प्रतिनिधमंडल ने अपने दौरे के अंतिम दिन को सोल में मून के साथ एक कंसर्ट तक सीमित रखा.यह कंसर्ट आयोजन लोकप्रिय मोरानबोंग बैंड के प्रमुख के नेतृत्व में उत्तर कोरियाई कला टीम ने किया.इस बैंड की युवा महिला सदस्यों का चुनाव किम जोंग उन द्वारा किया जाता है.
दक्षिण कोरिया ने इस कला टीम के 100 से अधिक सदस्यों को समुद्र मार्ग से आने देने की उत्तर कोरिया की मांग मान ली थी और मैनग्योंगबोंग-92 नामक जहाज को उत्तर कोरिया पर लगे समुद्री प्रतिबंधों से छूट प्रदान करते हुए अपने क्षेत्र में आने दिया.इस कदम को इन चिंताओं के बीच विवादास्पद कदम माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया ओलंपिक खेलों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों में सेंध लगाने के लिए कर रहा है.
तीस वर्षीय किम यो जोंग अपने भाई की सरकार में काफी प्रसिद्ध हस्ती हैं और वह 1950-53 का कोरिया युद्ध समाप्त होने के बाद उत्तर कोरिया के सत्तारूढ़ परिवार की पहली सदस्य हैं जिन्होंने दक्षिण कोरिया का दौरा किया है.उत्तर कोरियाई प्रतिनिधिमंडल में देश के 90 वर्षीय रस्मी प्रमुख किम योंग नाम भी शामिल थे.मून द्वारा दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति भवन में दोपहर भोज पर आमंत्रित किम यो जोंग ने प्योंगयांग में मून के साथ अपने भाई के शिखर सम्मेलन की उम्मीद जताई.उन्होंने कहा कि इस तरह की बैठक लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी के बाद संबंधों में सुधार में मदद करेगी.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय के अनुसार जोंग ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि राष्ट्रपति (मून) एकीकरण के एक नए युग का सूत्रपात कर पीढ़ियों के लिए एक विरासत छोड़ सकते हैं.’ मून ने हालांकि उत्तर कोरिया की पेशकश पर कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई.उन्होंने कहा कि कोरिया को ऐसा माहौल बनाना चाहिए जिससे कि शिखर सम्मेलन हो सके.उन्होंने उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच जल्द वार्ता शुरू होने की आवश्यकता का भी आह्वान किया.