नयी दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के करीब 11,400 करोड़ रुपये से अधिक रकम की धोखाधड़ी मामले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के बारे में सरकार ने दावा किया है कि वह जहां कहीं भी है, पता नहीं है, मगर वो वहां से भाग नहीं पायेगा. इस संदर्भ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि मंत्रालय को नीरव मोदी कहां है, इसका पता नहीं. उन्होंने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि यह आदमी हमारे अधिकारियों के संपर्क में नहीं है आैर साफ तौर पर यह भी कह देना चाहता हूं कि फिलहाल हमें उसके ठिकानों के बारे में जानकारी नहीं है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यह भी कहा कि वो जिस देश में हैं, वहीं रहेंगे, पासपोर्ट सस्पेंड होने के बाद वो कहीं नहीं जा सकते.
I can say with confidence that this gentleman is not in touch with any of our officials & frankly at this stage we are not aware about his location: Raveesh Kumar, MEA #NiravModi #PNBFraudCase pic.twitter.com/1fMUamd1pg
— ANI (@ANI) February 16, 2018
चार हफ्तों के लिए पासपोर्ट रद्द
विदेश मंत्रालय ने हीरा व्यापारी नीरव मोदी और उनके कारोबारी साझेदार मेहुल चोकसी का पासपोर्ट तत्काल प्रभाव से चार हफ्तों के लिए निलंबित कर दिया है. मंत्रालय ने उनसे इस पर एक हफ्ते में जवाब मांगा है कि क्यों नहीं उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया जाये. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अगर वे नियत समय के अंदर जवाब नहीं देते हैं, तो मान लिया जायेगा कि उनके पास कोई जवाब नहीं है और विदेश मंत्रालय पासपोर्ट रद्द करने के मामले में आगे बढ़ेगा.
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र्इडी की सलाह पर की गयी कार्रवार्इ
पासपोर्ट को निलंबित करने का ऐलान करते हुए मंत्रालय ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय की सलाह पर विदेश मंत्रालय के तहत आने वाले पासपोर्ट कार्यालय ने शुक्रवार को नीरव दीपक मोदी और मेहुल चिनुभाई चोकसी का पासपोर्ट तत्काल प्रभाव से चार हफ्तों के लिए निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई पासपोर्ट अधिनियम की धारा 10 (ए) के तहत की गयी है. इसमें कहा गया है कि पासपोर्ट अधिनियम 1967 की धारा 10 (3) (सी) के तहत उन्हें यह जवाब देने के लिए एक हफ्ते का वक्त दिया गया है कि उनका पासपोर्ट जब्त या रद्द क्यों नहीं किया जाये.
अधिकारी के संपर्क में नहीं हैं
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि ये लोग हमारे किसी भी अधिकारी के संपर्क में नहीं हैं और वे कहां हैं, इस बारे में हमें पता नहीं है. कुमार ने कहा कि नीरव मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक डावोस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा नहीं थे और प्रधानमंत्री का व्यवसायियों के साथ समूह फोटोग्राफ महज ‘त्वरित’ कार्यक्रम था.
सीबीआर्इ ने पीएनबी के चार अन्य अधिकारियों से की पूछताछ
इसके साथ ही, इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआर्इ) ने नीरव मोदी की संलिप्तता वाले 11,400 करोड़ रुपये से अधिक रकम के कथित धोखाधड़ी मामले में पंजाब नेशनल बैंक के चार अधिकारियों से पूछताछ भी की है. साथ ही, आयकर विभाग ने मुंबर्इ के काला घोड़ा स्थित नीरव मोदी के बुटिक के आगे नोटिस भी चिपकाया है. इसके अलावा, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब नेशनल बैंक में हुए घोटालों के सिलसिले में अपनी धन शोधन जांच के तहत अरबपति हीरा व्यापारी नीरव मोदी और उसके कारोबार सहयोगी एवं आभूषण श्रृंखला प्रमोटर मेहुल चोकसी को आज सम्मन जारी किया.
नीरव आैर चोकसी के देश छोड़कर भागने की आशंका
इसके साथ ही, ईडी ने आरोपियों से जुड़ी संपत्तियों की जांच का दायरा बढ़ा दिया. माना जाता है कि नीरव और चोकसी देश छोड़कर भाग गये हैं. अधिकारियों ने बताया कि मोदी और चोकसी को धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत सम्मन जारी कर एक सप्ताह के भीतर उपस्थित होने को कहा गया है. नोटिस दोनों कारोबारियों की फर्मों के निदेशकों को सौंपे गये, क्योंकि दोनों आरोपी देश में नहीं हैं. नीरव अपने नाम से आभूषण ब्रांड चलाता है. वहीं, चोकसी गीतांजलि जेम्स का प्रमोटर है.
आरोपियों के यात्रा दस्तावेज अस्थायी रूप से निलंबित
एजेंसी ने आरोपियों के पासपोर्ट निरस्त कराने के लिए विदेश मंत्रालय से भी संपर्क किया था. इस पर सरकार ने शुक्रवार को आरोपियों के यात्रा दस्तावेज अस्थायी रूप से निलंबित कर दिये. ईडी के अधिकारियों ने उन 17 परिसरों की जांच जारी रखी, जहां उन्होंने गुरुवार को छापा मारा था. उन्होंने गुरुवार को आरोपियों से जुड़ी कुछ और संपत्तियों की जांच शुरू कर दी. एजेंसी ने जारी एक बयान में कहा कि ईडी ने गुरुवार को नीरव मोदी के मामले में 5,100 करोड़ रुपये के आभूषण, सोना, हीरे, बहुमूल्य धातु और रत्न जब्त किये. इसका स्वतंत्र मूल्यांकन शुरू कर दिया गया है.