नयी दिल्ली : तीन दिवसीय भारत दौरे पर आये ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने दौरे के अंतिम दिन शनिवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. रूहानी ने राजघाट पर महात्मा गांधी के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इससे पूर्व राष्ट्रपति भवन में रूहानी का स्वागत गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया गया.
शुक्रवार को एक धार्मिक कार्यक्रम में हैदराबाद में ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने दुनियाभर के मुस्लिम समुदाय से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि अगर वे एकजुट रहें तो अमेरिका कभी यरूशलम को इस्राइल की राजधानी के तौर पर घोषित करने की हिम्मत नहीं दिखायेगा.
उन्होंने कहा कि जो लोग यह सोचते हैं कि इस्लाम ‘हिंसा एवं आतंकवाद’ का धर्म है, उनका आकलन गलत है. रूहानी हैदराबाद में ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में आयोजित एक मुस्लिम सभा को संबोधित कर रहे थे. रूहानी के 2013 में ईरान के राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है.
रूहानी के दिल्ली आगमन पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ’10 वर्षों में किसी ईरानी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा! राष्ट्रपति भवन में ईरानी राष्ट्रपति डॉ. हसन रूहानी का औपचारिक स्वागत किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रूहानी का स्वागत किया.’
राष्ट्रपति रूहानी की इस भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच तेल और प्राकृतिक गैस को लेकर बड़े समझौते होने की उम्मीद है. ईरान ने भी तेल और प्राकृतिक गैस के अपने विशाल भंडार को भारत के साथ साझा करने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए वीजा नियमों में ढील देने की इच्छा जतायी है.