विवाद के बाद कनाडा उच्चायोग ने खालिस्तान समर्थक अटवाल का रात्रिभोज निमंत्रण रद्द किया
नयी दिल्ली : कनाडा के उच्चायुक्त नादिर पटेल ने दोषी करार दिये गये खालिस्तानी समर्थक आतंकी जसपाल अटवाल का गुरुवारको रात्रिभोज का निमंत्रण रद्द कर दिया है. पटेल ने भारत की यात्रा पर आये कनाडा के प्रधानंमत्री जस्टिन त्रुदु और उनके प्रतिनिधिमंडल के सम्मान में यह रात्रिभोज आयोजित किया है. कनाडाई उच्चायोग ने यहां कहा, […]
नयी दिल्ली : कनाडा के उच्चायुक्त नादिर पटेल ने दोषी करार दिये गये खालिस्तानी समर्थक आतंकी जसपाल अटवाल का गुरुवारको रात्रिभोज का निमंत्रण रद्द कर दिया है. पटेल ने भारत की यात्रा पर आये कनाडा के प्रधानंमत्री जस्टिन त्रुदु और उनके प्रतिनिधिमंडल के सम्मान में यह रात्रिभोज आयोजित किया है.
कनाडाई उच्चायोग ने यहां कहा, ‘उच्चायोग ने अटवाल के निमंत्रण को रद्द कर दिया है. हम प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करते.’ अटवाल के निमंत्रण को रद्द करने का यह कदम त्रुदू के खालिस्तान समर्थक रुख की पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह सहित अनेक लोगों की आलोचना के बाद उठाया गया है. अमरिंदर ने एक बैठक में त्रुदू के समक्ष यह मुद्दा उठाया जिस पर कनाडाई प्रधानमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनका देश भारत अथवा कहीं भी अलगाववाद का समर्थन नहीं करता.
बताया जाता है कि जसपाल अटवाल ने जस्टिन त्रुदू की पत्नी सोफी त्रुदू से 20 फरवरी को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में मुलाकात की थी. उसने इस दौरान सोफी के साथ फोटो भी खिंचवाये थे. आपको बता दें कि जसपाल अटवाल को 1986 में वैंकूवर द्वीप में पंजाब के मंत्री, मलकियत सिंह सिद्धू की हत्या के प्रयास में दोषी ठहराया गया था. 1986 की गोलीबारी के समय वह एक सिख अलगाववादी था जो कि खालिस्तान इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन में सक्रिय था. 1987 में अटवाल सहित तीन अन्य को मलकियत सिंह सिद्धू को मारने की कोशिश में दोषी ठहराया गया था.