मुख्य सचिव मारपीट मामला : ”आप” के दोनों विधायकों को भेजा गया 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
नयी दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने मुख्य सचिव से कथित रूप से हाथापाई के मामले में गिरफ्तार ‘आप’ विधायकों अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया. अदालत ने साथ ही उनकी जमानत याचिकाओं पर शुक्रवार तक के लिये आदेश सुरक्षित रख लिया. दोनों विधायकों […]
नयी दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने मुख्य सचिव से कथित रूप से हाथापाई के मामले में गिरफ्तार ‘आप’ विधायकों अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया.
अदालत ने साथ ही उनकी जमानत याचिकाओं पर शुक्रवार तक के लिये आदेश सुरक्षित रख लिया. दोनों विधायकों को एक दिन की न्यायिक हिरासत की अवधि पूरी होने पर मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट शेफाली बरनाला टंडन के सामने पेश किया गया, जिन्होंने उनकी जमानत याचिकाओं पर सुनवाई की.
अदालत ने बुधवार को उन्हें पूछताछ के लिये पुलिस हिरासत में भेजने की मांग ठुकरा दी थी और जमानत याचिका पर सुनवाई आज के लिये निर्धारित की थी क्योंकि अभियोजन पक्ष उसके सामने कुछ दस्तावेज रखना चाहता था.
अदालत ने मुख्य सचिव से कथित हाथापाई को ‘बेहद संवेदनशील’ मामला बताया था. मजिस्ट्रेट ने विधायकों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ का दिल्ली पुलिस का अनुरोध ठुकरा दिया था और कहा था कि विधायक जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं और उनके पास से मामले से जुड़ी कोई चीज बरामद नहीं की जानी है जो पुलिस हिरासत का मूल उद्देश्य होता है.
दोनों को 19 फरवरी को मुख्यमंत्री के निवास पर एक बैठक के दौरान नौकरशाह पर कथित रुप से हुए हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है. सुनवाई के दौरान सरकारी वकील अतुल श्रीवास्तव ने कोर्ट के सामने कहा, दोनों विधायकों ने राज्य के वरिष्ठतम अधिकारी पर हमला करने और उन्हें अपमानित करने का गंभीर अपराध किया है. श्रीवास्तव ने कहा कि हमले की वजह से प्रकाश को गंभीर चोट लगी तथा इस संबंध में मेडिकल रिपोर्ट भी सौंपी गयी है.
आरोपी विधायकों के वकील बी एस जून ने पुलिस हिरासत की अर्जी का विरोध करते हुए कहा बुधवार को कहा था कि आरोपी जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं. प्राथमिकी में जनसेवक पर हमले का आरोप नौकरशाह का मेडिकल परीक्षण किये बगैर ही जोड़ दिया गया.
उन्होंने कहा कि दोनों ही जन प्रतिनिधि हैं न कि दुर्दांत अपराधी हैं. यह केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच सत्ता संघर्ष का परिणाम है. मुख्यमंत्री के घर पर लगा सीसीटीवी फुटेज दर्शाता है कि मुख्य सचिव की गाड़ी मुख्यमंत्री निवास में जाती है और सात मिनट आठ सेंकेंड बाद निकल जाती है.
अपनी शिकायत में प्रकाश ने आरोप लगाया था कि 19 फरवरी की रात को वह सोफा पर बैठे थे, उनकी एक तरफ खान और दूसरी तरफ दूसरे आप विधायक थे. बिना किसी भड़कावे के ये दोनों विधायक ने उनके सिर पर घूसे चलाने लगे.
आम आदमी पार्टी ने इस आरोप से इनकार किया है. मुख्य सचिव की शिकायत पर उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज किया गया है. खान ने आरोप लगाया कि मुख्य सचिव भाजपा की शह पर काम कर रहे हैं तथा यह घटना आप सरकार को बर्खास्त करने के लिए बहाना है.
पुलिस गृहमंत्री के दबाव में काम कर रही है. प्रकाश ने दावा किया कि बैठक के दौरान उनसे आप के मीडिया प्रचार के बारे में सवाल किया गया. उधर, आप कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्हें राशन वितरण पर चर्चा के लिए बुलाया गया था. मुख्य सचिव ने पुलिस से शिकायत की है कि यह हमला पूर्वनियोजित था तथा वहां मौजूद लोगों ने उसकी साजिश रची थी.