PNB घोटाला : ईडी के सामने पेश नहीं हुए नीरव मोदी, विदेश मंत्रालय ने ई-मेल पर भेजा नोटिस

मुंबई/नयी दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने गुरुवारको कहा कि उसे 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक के पीएनबी घोटाले में आरोपी नीरव मोदी की तरफ से एक तरह से उस कारण बताओ नोटिस के मिलने का कबूलनामा मिल गया है जिसमें पूछा गया था कि उनका पासपोर्ट क्यों न रद्द कर दिया जाये. अब नोटिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2018 10:19 PM

मुंबई/नयी दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने गुरुवारको कहा कि उसे 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक के पीएनबी घोटाले में आरोपी नीरव मोदी की तरफ से एक तरह से उस कारण बताओ नोटिस के मिलने का कबूलनामा मिल गया है जिसमें पूछा गया था कि उनका पासपोर्ट क्यों न रद्द कर दिया जाये. अब नोटिस को उस ई-मेल आईडी पर भेज दिया गया है जिस पर ऐसा करने का आग्रह किया गया था. इससे पहले नीरव मोदी गुरुवारको प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश नहीं हुए. ईडी ने इसके बाद गुरुवारको मोदी के खिलाफ नया समन जारी किया है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार का बयान नीरव और उनके मामा तथा गीतांजलि समूह के कर्ताधर्ता मेहुल चौकसी को नोटिस का जवाब देने के लिए दिये गये एक हफ्ते का समय समाप्त होने से एक दिन पहले आया है. नीरव मोदी के ठिकाने के बारे में पूछे जाने पर रवीश कुमार ने कहा, ‘मामला कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सम्मुख आना चाहिए. मंत्रालय के इस मामले में आने से पहले कुछ जांच और कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करना जरूरी है.’ नीरव को भेजे गये नोटिस के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘उन्होंने एक तरह से इस रूप में बात मानी है कि नोटिस किस पते पर भेजा जाना था इसे लेकर कुछ संशय की स्थिति थी. एक विशेष ई-मेल आईडी पर नोटिस भेजने का अनुरोध प्राप्त हुआ था. उसी अनुसार नोटिस उक्त ई-मेल आईडी पर भेज दिया गया.’

कुमार ने यह भी कहा कि जांच एजेंसियों की सलाह पर मंत्रालय ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के पासपोर्ट निलंबित कर दिये. उन्होंने कहा, ‘उन्हें एक निश्चित समय में जवाब देना है. अगर वे जवाब नहीं देते तो हम आगे कार्रवाई करेंगे. अगर हम नोटिस उनके पते पर भेज देते हैं, कई बार हम उनके ई-मेल पर भी इसे भेजते हैं, ताकि उन्हें पत्र मिलने की बात पुष्ट हो, तो वे नोटिस मिलने के एक निश्चित समय के भीतर जवाब देने के लिए बाध्य हैं.’ प्रवक्ता ने कहा, ‘अगर जवाब संतोषजनक नहीं होते तो पासपोर्ट रद्द किया जाता है. अगर वह जवाब नहीं देते तो भी यही होता है.’

इससे पहले पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के सूत्रधार नीरव मोदी गुरुवारको प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश नहीं हुए. ईडी ने इसके बाद गुरुवारको मोदी के खिलाफ नया समन जारी किया है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने कहा कि अस्थायी रूप से पासपोर्ट को निलंबित किये जाने और लंबित कारोबारी मामलों को नीरव मोदी ने अपने पेश नहीं होने की वजह बताया है. प्रवर्तन निदेशालय मोदी और उसके मामा गीतांजलि के प्रवर्तक द्वारा पीएनबी के साथ कथित 11,400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले की जांच कर रहा है. ईडी ने मनी लाउंड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) के तहत तलब किया था. अब मोदी को 26 फरवरी को मुंबई में केंद्रीय जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा गया है.

समझा जाता है कि मोदी ने ईडी को भेजे ई-मेल में कहा है कि उसका पासपोर्ट अस्थायी रूप से निलंबित हो चुका है और वह मौजूदा घटनाक्रम को लेकर देश में जांच का सामना कर रहा है, ऐसे में पेश होना संभव नहीं है. उल्लेखनीय है कि कुछ साल पहले शराब कारोबारी विजय माल्या ने भी अपने पेश नहीं होने की यही वजह बतायी थी. ईडी ने चौकसी को इस मामले में शुक्रवार को पेश होने को कहा है. यदि चौकसी भी शुक्रवार को पेश नहीं होता है तो उसे भी नये सिरे से समन जारी किया जायेगा. एजेंसी ने गुरुवार को मोदी और चौकसी की समूह कंपनियों से जुड़े 100 करोड़ रुपये के शेयरों, म्युचुअल फंड, लक्जरी कारों को अपने कब्जे में ले लिया.

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