झुंझुनूं: राजस्थान के सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मिल व्यवस्था में लगे शिक्षकों को जल्द ही इस कार्य से मुक्ति मिलने वाली है.सरकार की, स्कूलों में पोषाहार बनाने का काम स्कूल प्रबंध समिति के बजाय स्वयं सहायता समूहों को दिए जाने की योजना है.
कहा जा रहा है कि नए शिक्षा सत्र से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी.मिड डे मिल योजना प्रभारी मनरुप जांगिड ने बताया कि इस योजना को फिलहाल पूरे जिले में लागू नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि पायलट परियोजना के आधार पर प्रथम चरण में दस प्रतिशत स्कूलों में ही स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से पोषाहार व्यवस्था की जाएगी. प्रयोग सफल रहा तो सभी स्कूलों में लागू कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि चयनित स्कूलों में महिला एवं बाल विकास विभाग, जिप की ओर से गठित समूह तथा सक्रिय समितियों को ही पोषाहार बनाने का काम दिया जाएगा। एक समूह को एक से ज्यादा स्कूल भी दिए जा सकते हैं.जांगिड के अनुसार, स्कूलों में मिड-डे-मिल व्यवस्था स्वयं सहायता समूहों के हवाले किए जाने का काफी फायदा होगा.