मोदी को सत्ता से दूर रखने के लिए विकल्पों पर विचार कर रही कांग्रेस

नयी दिल्लीः देशभर में कडे चुनावी मुकाबले के बाद जैसे जैसे परिणाम का दिन नजदीक आ रहा है, कांग्रेस पहले से ज्यादा विस्तृत संप्रग-3 के विचार पर काम करने लगी है जिसमें नये घटक दलों को शामिल किया जाए और नेतृत्व का विकल्प खुला रखा गया है ताकि किसी भी तरह नरेंद्र मोदी को रोका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2014 7:30 PM

नयी दिल्लीः देशभर में कडे चुनावी मुकाबले के बाद जैसे जैसे परिणाम का दिन नजदीक आ रहा है, कांग्रेस पहले से ज्यादा विस्तृत संप्रग-3 के विचार पर काम करने लगी है जिसमें नये घटक दलों को शामिल किया जाए और नेतृत्व का विकल्प खुला रखा गया है ताकि किसी भी तरह नरेंद्र मोदी को रोका जा सके.

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने पहचान जाहिर नहीं होने की शर्त पर कहा, ‘‘सभी विकल्प खुले भी हैं और नहीं भी खुले. यह सब हमें और भाजपा को मिलने वाली सीटों की संख्या पर तथा उनके अंतर पर निर्भर करेगा.’’ कांग्रेसी नेता ने कहा कि उनकी पार्टी एक जिम्मेदार राष्ट्रीय दल की अपनी भूमिका को दरकिनार नहीं कर सकती ताकि राष्ट्रीय हित में एक स्थिर सरकार आए और इस दिशा में सभी समान विचार वाले दलों के साथ काम किया जाएगा.

यह सारी चीजें इस आधार पर आकार लेंगी कि क्षेत्रीय दलों को किस तरह का जनादेश मिलता है और इनमें से किसे ज्यादा सीटें मिलती हैं क्योंकि इनमें से कुछ दल ऐसे हैं जो किसी भी हालत में मोदी से हाथ नहीं मिलाएंगे. नेता ने कहा, ‘‘नेतृत्व का मुद्दा बाद में आएगा.’’ उन्होंने कहा कि संख्या के आधार पर कांग्रेस नेतृत्व की भूमिका पर जोर नहीं देने का विकल्प भी खुला रखेगी.

दूसरी तरफ पार्टी में एक बडा तबका इस बात पर जोर दे रहा है कि कांग्रेस को सरकार को न केवल स्थिरता देने के लिए बल्कि मजबूती और विशेषज्ञता प्रदान करने में भी भागीदारी अदा करनी चाहिए.

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