नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के थप्पड़कांड की गूंज गृह मंत्रालय तक पहुंच गयी है. दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल ने शनिववार केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी निवास पर आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों द्वारा मुख्य सचिव के साथ कथित रूप से की गयी मारपीट के आलोक में आप सरकार और उसकी नौकरशाही के बीच चल रहे गतिरोध के बारे में बताया.
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गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, आधे घंटे की इस मुलाकात के दौरान उपराज्यपाल ने गृहमंत्री को सरकार के नौकरशाहों एवं दिल्ली के सत्तारुढ़ दल के प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई उनकी बातचीत के बारे में बताया. नौकरशाहों ने उपराज्यपाल से विधायकों के मनमानेपन की शिकायत की है.
उधर, दिल्ली सरकार ने उन्हें नियमित बैठकों के दौरान अधिकारियों की गैर-हाजिरी के बारे में बताया. अधिकारी के मुताबिक, उपराज्यपाल ने उन्हें प्रकाश पर कथित हमले के बाद पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई से अवगत कराया. केजरीवाल के सरकारी निवास पर प्रकाश के साथ हुई कथित मारपीट के बाद उपराज्पाल पहली बार गृहमंत्री से मिले हैं. मारपीट की इस घटना से बड़ा विवाद पैदा हो गया है.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने शुक्रवार को संकेत दिया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री से मुख्य सचिव के साथ कथित मारपीट के सिलसिले में पूछताछ की जा सकती है. उन्होंने कहा था कि जो कोई भी हो, पुलिस उन सभी से पूछताछ करेगी, जिनकी उपस्थिति में यह वाकया हुआ. केजरीवाल के सरकारी निवास पर मुख्य सचिव के साथ आप के दो विधायकों ने कथित दुर्व्यवहार किया था. दोनों विधायक पहले गिरफ्तार किये जा चुके हैं.
यह घटना मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की कथित उपस्थिति में हुई थी. इसके विरोध में तब से दिल्ली सरकार के नौकरशाहों ने राजनीतिक कार्यकारियों के साथ बैठक में जाने से इनकार कर दिया है और वे बस फाइलों पर लिखे निर्देशों का ही पालन कर रहे हैं.