30 रेप, 15 मर्डर करने वाले साइकोकिलर ने रेत लिया अपना गला
बेंगलुरु : 30 से ज्यादा बलात्कार और 15 हत्याओं को अंजाम देने वाला कुख्यात अपराधी एम जयशंकर ने आत्महत्या कर ली. नाई से ब्लेड चुराकर उसने अपनी जेब में रख ली थी. रात को उसने ब्ले़ड से अपना गला रेत लिया. जेल के कुछ कैदियों ने शंकर की खून से लथपथ लाश देखी तो इसकी […]
बेंगलुरु : 30 से ज्यादा बलात्कार और 15 हत्याओं को अंजाम देने वाला कुख्यात अपराधी एम जयशंकर ने आत्महत्या कर ली. नाई से ब्लेड चुराकर उसने अपनी जेब में रख ली थी. रात को उसने ब्ले़ड से अपना गला रेत लिया. जेल के कुछ कैदियों ने शंकर की खून से लथपथ लाश देखी तो इसकी सूचना अधिकारियों को दी. शंकर जितनी क्रूरता से इस घटना को अंजाम देता था उस पर साल 2017 में फिल्म साइको शंकर भी बन चुका है.
कब पकड़ में आया था शंकर
शंकर कई घटनाओं को अंजाम देने के बाद भी आजाद घूम रहा था. 23 अगस्त 2009 को शंकर ने महिला कॉन्स्टेबल के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी. 19 अक्टूबर, 2009 को इस मामले में उसे गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद उसे कोयंबटूर जेल भेजा गया. शंकर से पूछताछ शुरू हुई. जिस तरह से महिला कॉन्स्टेबल के साथ वारदात को अंजाम दिया गया पुलिस ने इस रेप और हत्या के पैटर्न की जांच की तो पता चला ऐसे कई मामले हैं जो इससे मेल खाते हैं. रेकॉर्ड्स खंगाले गये तो ऐसे 13 मामले सामने आये. इन सभी मामलों में शंकर का हाथ था.
एक बार जेल से भागा, फिर भी नहीं सुधरा था साइको किलर
जेल से फरार होने में शंकर कामयाब रहा था. एक बार दीवार फांदकर वह जेल से भाग गया. जेल भी उसे बदल नहीं पायी. उसे दोबारा 2013 में गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ में पता चला कि इस बीच भी साइको किलर ने कई घटनाओं को अंजाम दिया था.
कौन था साइको शंकर
41 साल का एम शंकर अलियास जयशंकर सलेम जिले का रहने वाला था. उसने 8वीं तक पढ़ाई की थी. शंकर ट्रक ड्राइवर का काम करता था. इसी पेशे में ही उसने तमिल, कन्नड़ और हिंदी भाषा पर पकड़ मजबूत कर ली. 39 वर्षीय कांस्टेबल एम जयामनी के साथ रेप के बाद जयशंकर पर शिंकजा कसा . गिरफ्तारी के बाद उसने ऐसे कई वारदातों को अंजाम देना कबूल कर लिया.