मुंबई : देशभर में होली की धूम है. जगह-जगह पर आज होलिका दहन किया जाएगा. वर्ली स्थित BDD चॉल में इस मौके पर पीएनबी घोटाला में शामिल अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी का पुतला जलाया जाएगा. इसको लेकर वर्ली स्थित BDD चॉल में 50 फीट से अधिक ऊंची नीरव मोदी का पुतला बनाया गया है. गौरतलबा हो कि होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है.
* नीरव मोदी पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का है आरोप
हाल ही में पंजाब नेशनल बैंक ,पीएनबी) ने खुलासा किया कि उसने 1.77 अरब डॉलर (करीब 11,400 करोड़ रुपये) के घोटाले को पकड़ा है. इस मामले में अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी (46) ने कथित रूप से बैंक की मुंबई शाखा से धोखाधड़ी वाला गारंटी पत्र (एलओयू) हासिल कर अन्य भारतीय ऋणदाताओं से विदेशी ऋण हासिल किया.
#Mumbai: #NiravModi's effigy to be burnt as a part of 'Holika Dahan' ritual at BDD Chawl in Worli area. The structure, which is more than 50-feet high, has been conceptualized by the residents. "Holika Dahan' signifies victory of good over evil. #Holi2018 pic.twitter.com/BxpGByEyNB
— ANI (@ANI) March 1, 2018
नीरव मोदी पर आरोप है कि उसने पंजाब नेशनल बैंक से अरबों का गलत ढंग से ट्रांजेक्शन किया. पीएनबी की शिकायत के अनुसार, नीरव मोदी -उनके भाई निशाल, पत्नी अमी एवं चिनुभाई चौकसी जो डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट, स्टेलर डायमंड में पार्टनर है – ने बैंक से धोखाधड़ी की है.
नीरव मोदी पर 2017 में पंजाब नेशनल बैंक से 280.70 करोड़ रुपये का धोखाधड़ी करने का आरोप है. पीएनबी की शिकायत के बाद सीबीआई ने मामला अपने हाथ में लिया और जांच जारी है.
* नीरव मोदी का सीबीआई जांच में सामने आने से इनकार
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने सीबीआई जांच में सहयोग से इनकार कर दिया है. सीबीआई ने मोदी को दो अरब डॉलर के कथित घोटाले में उसके समक्ष पेश होने को कहा था. नीरव मोदी ने अपनी कामकाजी व्यस्तता का हवाला देने हुए सीबीआई के समक्ष पेश होने में असमर्थता जताई.
इसके बाद एजेंसी ने मोदी को अधिक कड़ा पत्र जारी कर अगले सप्ताह उसके समक्ष पेश होने को कहा है. इस बीच, सीबीआई ने इस मामले में पीएनबी के आंतरिक मुख्य आडिटर एम के शर्मा को गिरफ्तार किया है. वह मुख्य प्रबंधक स्तर के अधिकारी है. यह बैंक के किसी आडिटर की पहली गिरफ्तारी है.
इससे पहले एजेंसी ने मोदी को उसके आधिकारिक मेल पर संदेश भेजकर 12,636 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच में शामिल होने को कहा था. अधिकारियों ने बताया कि मोदी को ई-मेल के जरिये समन किया गया था. लेकिन उसने ‘विदेश में कामकाज की व्यस्तता’ होने को वजह बताते हुए पेश होने से मना कर दिया.