SSC Paper leaks मामले में प्रदर्शनकारी छात्रों को मिला भाजपा का साथ, अभ्यर्थियों से मिले मनोज तिवारी
नयी दिल्ली : कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में प्रदर्शनकारी छात्रों को भाजपा का साथ मिल गया है. इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए शनिवार को भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख मनोज तिवारी ने शनिवार को एसएससी के अभ्यर्थियों से मुलाकात की है. इसे भी पढ़ें : […]
नयी दिल्ली : कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में प्रदर्शनकारी छात्रों को भाजपा का साथ मिल गया है. इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए शनिवार को भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख मनोज तिवारी ने शनिवार को एसएससी के अभ्यर्थियों से मुलाकात की है.
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इस दौरान उन्होंने एसएससी के चेयरमैन से मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. हालांकि, इस मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर इसकी तैयारी करने वाले छात्र बीते कई दिनों से आयोग के दफ्तर के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका यह विरोध-प्रदर्शन शनिवार को भी जारी है.
Delhi: BJP State Chief Manoj Tiwari met Staff Selection Commission (SSC) aspirants who are protesting against the alleged paper leak of #SSC and are demanding a CBI investigation. pic.twitter.com/rkBMJYYtSD
— ANI (@ANI) March 3, 2018
दिल्ली के लोधी रोड में देश भर से आए हजारों छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं और मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. छात्रों के प्रदर्शन के बाद मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है. पेपर लीक मामले में प्रदर्शनकारी छात्रों को भाजपा का साथ मिलने से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है.
गौरतलब है कि पेपर लीक होने को लेकर देश के हजारों अभ्यर्थी आंदोलन पर उतर आये हैं. यह आंदोलन दिल्ली सहित देश के दूसरे राज्यों तक फैल गया है. दिल्ली में छात्र 27 फरवरी से लोधी रोड में सीजीओ कांप्लेक्स में कर्मचारी चयन आयोग के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र 17-21 फरवरी को हुई संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा में कथित पेपर लीक की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं.
मामले को बढ़ता देख एसएससी ने गुरुवार को छात्रों को बातचीत के लिए बुलाया. उसने भरोसा भी दिलाया है कि उनके आरोपों की गहन जांच होगी और आरोप सही साबित पाये गये, तो उचित कार्रवाई होगी. हालांकि, इस आश्वासन से प्रदर्शनकारी छात्र संतुष्ट नहीं दिख रहे.