नयी दिल्ली : पीएनबी में 12,700 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नीरव मोदी के दो कर्मचारियों और एक ऑडिटर को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही गीतांजलि ग्रुप के 1 डायरेक्टर को गिरफ्तार किया. इधर पीएनबी धोखाधड़ी मामले की अनेक एजेंसियों द्वारा जारी जांच के बीच राष्ट्रीय […]
नयी दिल्ली : पीएनबी में 12,700 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नीरव मोदी के दो कर्मचारियों और एक ऑडिटर को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही गीतांजलि ग्रुप के 1 डायरेक्टर को गिरफ्तार किया.
इधर पीएनबी धोखाधड़ी मामले की अनेक एजेंसियों द्वारा जारी जांच के बीच राष्ट्रीय कंपनी कानून प्राधिकरण (एनसीएलटी) ने 60 से अधिक इकाइयों को अपनी आस्तियां बेचने से रोक दिया है. जिन इकाइयों को अपनी आस्तियां बेचने से रोका गया है उनमें नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, अन्य व्यक्ति, कंपनियां व सीमित्व दायित्व वाली भागीदारी फर्में शामिल हैं.
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पीएनबी में 12,700 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में नीरव मोदी व मेहुल चौकसी कथित मुख्य आरोपी है. जिन कंपनियों व इकाइयों पर रोक लगाई गई है उनमें पंजाब नेशनल बैंक के ऋण घोटाले से जुड़ी कुछ इकाइयां, गीतांजलि जेम्स, गिल्ली इंडिया, नक्षत्र ब्रांड व फायरस्टार डायमंड शामिल है.
* पीएनबी धोखाधड़ी में मारीशस ने जरूरी कार्रवाई का वादा किया
पीएनबी धोखाधड़ी मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए मारीशस की सरकार ने ऐसी किसी में संलिप्त पाये जाने वाली सभी इकाइयों के खिलाफ आवश्यक नियामकीय कार्रवाई करने का वादा किया है.
मारीशस के फिनांशल सर्विसेज कमीशन (एफएससी) ने एक बयान में कहा है कि पंजाब नेशनल बैंक, नीरव मोदी व मेहुल चौकसी के संबंध में कथित धोखाधड़ी आरोपों को लेकर मीडिया रपटों का स्वत: संज्ञान लिया है.
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‘एफएससी संबंधित सूचनाओं का आकलन कर रहा है और बैंक आफ मारीशस, मारीशस रेवन्यू अथारिटी तथा वित्तीय आसूचना इकाई के साथ मिलकर इस मामले पर करीबी निगाह रखे हुए है. इसके साथ ही एफएससी अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ भी संवाद में है.
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