मुंबईः आईएनएक्स मीडिया मामले में कार्ति चिदंबरम की परेशानियां और बढ़ सकती है. सीबीआई की टीम ने इंद्राणी मुखर्जी और कार्ति से लगभग चार घंटे पूछताछ की. दोनों को एक साथ बैठाकर उनसे भायकला जेल में सवाल पूछे गये.
इंद्राणी अपने बयान पर कायम है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कार्ति ने उनसे घूस मांगा था. आईएनएक्स मीडिया (पी) लिमिटेड की पूर्व निदेशक इंद्राणी फिलहाल शीना बोरा हत्या मामले में जेल में बंद हैं. इन दोनों के साथ पूछताछ के बाद सीबीआई कार्ति को लेकर मुंबई हवाई अड्डा चली गयी. इन दोनों से जिस वक्त पूछताछ की गयी. उस वक्त इस बात का सीबीआई की टीम ने पूरा ध्यान रखा कि पूछताछ पूरी तरह गुप्त रहे.
लगभग सवा तीन घंटे की पूछताछ के बाद जब कार्ति बाहर निकले तो उन्होंने बाहर खड़ी मीडिया का अभिवादन किया.कार्ति को एक मार्च को ही पांच दिनों के सीबीआई रिमांड पर भेज दिया गया है. कार्ति को ब्रिटेन से लौटने के बाद 28 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था.
जानिये पूरा मामला क्या है
15 मई साल 2017 को एक शिकायत दर्ज की गयी आरोप लगा विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड द्वारा 5 करोड़ रुपये प्राप्त करने के लिए अनापत्ति में अनियमितता हुई. इसे सीधे ऐसे समझें कि कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने कर चोरी के मामले में चल रही जांच को रूकवाने के लिए पैसे लिये. साल 2007 में कार्ति के पिता पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे. कार्ति पर 10 लाख रुपये लेने का आरोप था.
इस मामले ने नया मोड़ तब ले लिया जब जब इंद्राणी मुखर्जी ने कार्ति के खिलाफ बयान दिया. इंद्राणी ने 17 फरवरी सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया. इसी बयान के आधार पर कार्ति की गिरफ्तारी हुई. उन पर आरोप लगा कार्ति ने कर चोरी की जांच रूकवाने के लिए आईएनएक्स मीडिया से पैसे लिये. उस वक्त कंपनी के मालिक पूर्व मीडिया दिग्गज पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी थे.