त्रिपुरा चुनाव : जीत के महज 24 घंटे बाद भाजपा – IPFT के बीच दरार के संकेत, उठी आदिवासी सीएम की मांग

अगरतला : त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद भाजपा अपने साथी दल ‘इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट अॅाफ त्रिपुरा’ के साथ सरकार बनाने जा रही है. लेकिन जीत के महज 24 घंटे बाद भाजपा और आईपीएफटी के बीच दरार देखने को मिल रही है. कारण है सहयोगी आईपीएफटी ने आदिवासी सीएम की मांग रख […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 5, 2018 11:48 AM


अगरतला :
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद भाजपा अपने साथी दल ‘इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट अॅाफ त्रिपुरा’ के साथ सरकार बनाने जा रही है. लेकिन जीत के महज 24 घंटे बाद भाजपा और आईपीएफटी के बीच दरार देखने को मिल रही है. कारण है सहयोगी आईपीएफटी ने आदिवासी सीएम की मांग रख दी है.

गौरतलब है कि भाजपा के सीएम उम्मीदवार बिप्लव देव ने कल रविवार को यहां विजय जुलूस भी निकाला और उनका सीएम बनना लगभग तय है, ऐसे में आईपीएफटी की यह मांग भाजपा के लिए परेशानी का कारण बन सकती है. आईपीएफटी के अध्यक्षएनसी देबबर्मा ने प्रेस क्लब में आयोजित बैठक में अपनी यह मांग रखी. उनका कहना है कि भाजपा और आईपीएफटी को जो शानदार जीत मिली है वह आदिवासी वोट के बिना संभव नहीं थी, इसलिए प्रदेश का सीएम एक आदिवासी को ही होना चाहिए.
देबबर्मा ने कहा, चुनाव परिणाम इतना सुखद इसलिए है क्योंकि हमने आदिवासियों के लिए रिजर्व सीट पर जीत दर्ज की. इस बात का हमें खास ख्याल रखना चाहिए. साथ ही आदिवासी वोटरों की भावनाओं का भी ध्यान रखना चाहिए. हालांकि देबबर्मा ने किसी आदिवासी नेता का नाम सामने नहीं किया, लेकिन उन्होंने आदिवासी सीएम की वकालत की. उन्होंने भाजपा के सीएम उम्मीदवार बिप्लव देव पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया.
भाजपा के त्रिपुरा इंचार्ज सुनील देवधर ने कहा कि वे देबराम के बयान के बारे में कुछ नहीं जानते, उन्होंने अपनी राय दी होगी, सोमवार को आईपीएफटी के नेताओं के साथ बैठक है, उसमें इस विषय पर बात होगी. वहीं सीपीएम और कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि वे इस स्थिति से हैरान नहीं है. भाजपा और आईपीएफटी ने चुनाव के दौरान जो कुछ कहा, उसमें विराधाभास है.
वहीं ट्राइबल लीडर और सीपीएम के एमपी जीतेंद्र चाधुरी ने कहा कि भाजपा और आईपीएफटी का हनीमून जल्दी ही समाप्त हो जायेगा. उन्होंने कहा कि वह गठबंधन जो सिद्धांतों पर नहीं बल्कि क्षणिक लाभ के लिए बनाया जाये उसकी उम्र नहीं होती.

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