नयी दिल्ली : सोमवार को तथाकथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने के बाद उपजे तनाव के बीच केंद्र सरकार ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिये हैं. इस घटना के बाद से राज्य में बने तनाव और हिंसा की आशंका के मद्देनजर सरकार ने त्रिपुरा के राज्यपाल और डीजीपी से बात कर चौकस रहने का निर्देश दिया है.
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मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने त्रिपुरा के राज्यपाल और डीजीपी से बात की है. उन्होंने राज्यपाल और डीजीपी को यह निर्देश दिया है कि वे सूबे में नयी सरकार के गठन होने तक चौकस रहें, ताकि राज्य में कोई हिंसक वारदातों को अंजाम न दिया जा सके.
गौरतलब है कि त्रिपुरा में सोमवार को भाजपा की जीत और उसकी सरकार बनने के बाद राज्य के लगभग हर इलाके से तोड़फोड़ और मारपीट घटनाओं को अंजाम दिया गया. सीपीएम का आरोप है कि भाजपा और आईपीएफटी कार्यकर्ताओं की ओर से हिंसक वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है.
दक्षिण त्रिपुरा जिले के बेलोनिया सब डिवीजन में बुलडोजर की मदद से रूसी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को ढहा दिया गया. इस दौरान भारत माता की जय के नारे भी लगाये गये. इस मामले में त्रिपुरा के एसपी कमल चक्रवर्ती (पुलिस कंट्रोल) ने बताया कि सोमवार की दोपहर करीब 3.30 बजे भाजपा के समर्थकों ने बुलडोजर की मदद से चौराहे पर लगी लेनिन की मूर्ति ढहा दिया.
उन्होंने बताया कि भाजपा के समर्थकों ने बुलडोजर ड्राइवर को शराब पिलाकर इस घटना को अंजाम दिया. फिलहाल, पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ़्तार कर लिया है और बुलडोजर को सीज कर दिया है.