नयी दिल्ली: पीएनबी धोखाधड़ी मामले सहित कुछ अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस एवं अन्य दलों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही आज शुरू होने के कुछ देर बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. वहीं, राज्यसभा में देश में बीते तीन दिनों से महापुरुषों की प्रतिमाओं को तोड़े जाने का मामला उठा. इस मामले पर हंगामा भी हुआ जिसपर स्पीकर वैंकया नायडू ने कहा कि जो मूर्ति तोड़ रहे हैं वह पागल हैं…और आपलोग जो यहां हंगामा कर रहे हैं वह बुरा है….(दे आर मैड एंड दिस इज बैड)
कुछ राज्यों में नामचीन हस्तियों की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त कियै जाने, पीएनबी घोटाला मामले, कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन और आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज देने की मांग जैसे मुद्दों को लेकर विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी बाधित रही.
इस वजह से उच्च सदन की बैठक एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिये स्थगित कर दी गयी. हंगामे के कारण सदन में लगातार तीसरे दिन भी प्रश्नकाल और शून्य काल, दोनों नहीं हो सके. संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हुआ था और उसी दिन से सदन में गतिरोध बना हुआ है. सुबह, बैठक शुरू होने पर सभापति एम वैंकेया नायडू ने सदन के पूर्व सदस्य जिनेन्द्र कुमार जैन के निधन का जिक्र किया और सदस्यों ने दिवंगत पूर्व सदस्य जैन को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद सभापति नायडू ने कहा कि कुछ राज्यों में जानी मानी हस्तियों की मूर्तियों को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त किए जाने की खबरें उनके संज्ञान में आयीं हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं चाहे पश्चिम बंगाल में हों, त्रिपुरा में हों या तमिलनाडु में हों, सही नहीं हैं. यह विवेकहीन कृत्य है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए. नायडू के इतना कहते ही कांग्रेस, द्रमुक, अन्नाद्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, माकपा आदि दलों के सदस्य अपने स्थानों पर खड़े हो गये और प्रतिमाओं के साथ कथित छेड़छाड़ की घटनाओं को लेकर विरोध जताने लगे.
सभापति ने इन सदस्यों से शांत रहने तथा कार्यवाही आगे चलने देने को कहा. इसी बीच तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), कांग्रेस तथा वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने आंध्र प्रदेश के लिये विशेष पैकेज, अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन और कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने पीएनबी घोटाला मामले में आरोपी नीरव मोदी को देश में वापस लाने की मांग करते हुये आसन के सामने आ कर नारेबाजी शुरू कर दी.
नायडू ने कहा कि बैंक घोटाला, आंध्रप्रदेश को विशेष पैकेज, कावेरी प्रबंधन बोर्ड का गठन बड़े तथा महत्वपूर्ण मुद्दे हैं और वह इन पर चर्चा कराने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि पूरा देश इन मुद्दों पर बहस चाहता है. उन्होंने आसन के सामने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और कार्यवाही आगे चलने देने की अपील की. लेकिन सदन में व्यवस्था नहीं बनते देख उन्होंने बैठक 11 बज कर करीब दस मिनट पर ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर भी सदन में हंगामा जारी रहा. कांग्रेस, तेदेपा, माकपा, तृणमूल, द्रमुक आदि दलों के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे. कुछ सदस्य पोस्टर भी लहराते दिखे. उपसभापति पी जे कुरियन ने हंगामा कर रहे सदस्यों से शांत होने और अपनी सीटों पर जाने की अपील की. उन्होंने कहा कि सदन की कार्यावलि के अनुसार अभी सदन में बैंक घोटाला मुद्दे पर अल्पकालिक चर्चा निर्धारित है. उन्होंने सदस्यों से चर्चा शुरू करने की अपील की.
शोरगुल के बीच ही संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है. लेकिन सदन में हंगामा नहीं थमा और कुरियन ने कुछ मिनट के अंदर ही बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी.