25 साल त्रिपुरा के CM रहे माणिक के पास नहीं है मकान, पत्नी के साथ रह रहे हैं पार्टी दफ्तर में
अगरतला : 25 साल तक त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहे माणिक सरकार के पास खुद का घर नहीं है. 2018 विधानसभा चुनाव में हार के बाद माणिक सरकार पार्टी के दफ्तर में रहने लगे हैं. उन्होंने सरकारी आवास खाली कर दिया और अपनी पत्नी के पांचाली भट्टाचार्य के साथ सीपीएम दफ्तर के ऊपर स्थित दो कमरों […]
अगरतला : 25 साल तक त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहे माणिक सरकार के पास खुद का घर नहीं है. 2018 विधानसभा चुनाव में हार के बाद माणिक सरकार पार्टी के दफ्तर में रहने लगे हैं. उन्होंने सरकारी आवास खाली कर दिया और अपनी पत्नी के पांचाली भट्टाचार्य के साथ सीपीएम दफ्तर के ऊपर स्थित दो कमरों के फ्लैट में रह रहे हैं. माणिक सरकार ने विधायकों के छात्रावास में रहने से इनकार कर दिया है.
आपको बता दें कि माणिक सरकार के पास खुद का घर नहीं है. उनकी पत्नी सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी रही हैं. सरकार की पत्नी के नाम से कुछ जायदाद हैं, लेकिन उस जमीन को एक बिल्डर को दिये जाने के बाद विवाद हो गया था. जिसका अभीतक निपटारा नहीं हो सका है. माणिक सरकार अपने वेतन का अधिकांश हिस्सा पार्टी फंड में दान कर देते थे. उन्होंने अपनी पैतृक संपत्ति भी अपनी बहन को दे दी है.
त्रिपुरा सीपीएम के सेक्रटरी बिजन धर ने बताया, ‘पार्टी दफ्तर में न्यूनतम जरूरत की सुविधाएं उपलब्ध हैं. माणिक सरकार का यहां रहना कोई अपवाद नहीं है. हमारे ज्यादातर नेता सादा जीवन जीते हैं.’ माणिक सरकार अपनी पैतृक संपत्ति बहन को देने के बाद भी पार्टी के दफ्तर में ही रहते थे. माणिक सरकार की बहन भी पूर्व में पार्टी के दफ्तर में ही रहा करती थीं.
पूर्व मुख्यमंत्री भी सरकारी सुविधाओं के हकदार : मुख्यमंत्री बिप्लव
2018 विधानसभा चुनाव के बाद त्रिपुरा की कमान संभालने वाले मुख्मंत्री बिप्लव देब ने माणिक सरकार पर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में माणिक सरकार बेहतर सरकारी आवास और अन्य प्रोटोकॉल सुविधाओं के हकदार हैं. उन्होंने कहा कि सूबे में विपक्ष के नेता को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होगा और वह भत्तों के हकदार होंगे. बिप्लव देब ने कहा कि त्रिपुरा के निर्माण के लिए माणिक सरकार ने बहुत बड़ी भूमिका निभायी है.