नागपुर में आरएसएस की प्रतिनिधि सभा शुरू, हसबोले हो सकते हैं सर कार्यवाह
नागपुर : राष्ट्रीय स्वयं सेवक की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक आज से नागपुर में शुरू हो गयी है. इस बैठक में 1500 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं. संघ की प्रतिनिधि सभा की इस बैठक में संगठन के दूसरे सबसे बड़े पद सर कार्यवाह महासचिव के चयन पर फैसला लिए जाने की संभावना […]
नागपुर : राष्ट्रीय स्वयं सेवक की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक आज से नागपुर में शुरू हो गयी है. इस बैठक में 1500 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं. संघ की प्रतिनिधि सभा की इस बैठक में संगठन के दूसरे सबसे बड़े पद सर कार्यवाह महासचिव के चयन पर फैसला लिए जाने की संभावना है. मौजूदा सर कार्यवाह भैयाजी जोशी की जगह दत्तात्रेय हसबोले को यह जिम्मेवारी दिये जाने की प्रबल संभावना है. 70 वर्षीय हसबोल संघ के चार सह सर कार्यवाह में एक हैं और वरीयता क्रम में यह पदतीसरे स्थान पर है.
नागपुर प्रतिनिधि सभा में लिये जाते हैं अहम फैसले
संघ की प्रतिनिधि सभा की हर साल बैठक होती है, लेकिन हर तीसरी बैठक संघ मुख्यालय नागपुर में होती है, जिसमें दूरगामी नीतिगत निर्णय लिये जाते हैं. मार्च 2015 में भी नागपुर में प्रतिनिधि सभा की बैठक में भैयाजी जोशी की जगह दत्तात्रेय हसबोले को सर कार्यवाह बनाने पर चर्चा हुई थी, लेकिन यह फैसला तब नहीं लिया जा सका था और भैयाजी जोशी को एक और कार्यकाल दे दिया गया था, जो इसी माह पूरा हो रहा है. वे तीन टर्म से यानी पिछले नौ सालों सर कार्यवाह के पद पर हैं.
ऐसे में संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक में या तो भैया जी जोशी को एक और टर्म देना होगा या फिर उनकी जगह किसी और को यह जिम्मेवारी देनी होगी. संघ के शीर्ष नेतृत्व में भैयाजी जोशी संभवत: सबसे अधिक उम्र के हैं और उनके साथ स्वास्थ्यगत समस्याएं भी रही हैं. एक साल पहले उन्होंने सर कार्यवाह का पद छोड़ने की भी इच्छा जतायी थी और पिछले साल भोपाल की प्रतिनिधि सभा में भी इस पर थोड़ी बहुत चर्चा हुई थी. हालांकि प्रतिनिधि सभा में शामिल एक सीनियर डेलिगेट्स ने कहा है कि भैयाजी जोशी अब स्वस्थ हैं और उनके घुटनों का ऑपरेशन किया गया है. उन्होंने अपना वजन भी 25 से 30 किलो कम कर लिया है. ऐसे में अपनी जिम्मेवारियों को निभाने में वे समर्थ हैं.
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क्या होती है सर कार्यवाह की जिम्मेवारी?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में सर कार्यवाह न सिर्फ संघ बल्कि पूरे संघ परिवार का कार्यकारी प्रमुख होता है. संघ प्रमुख या सरसंघ चालक संघ परिवार के मार्गदर्शक होते हैं और नीतिगत निर्णय लेते हैं, जबकि सभी कार्यकारी फैसले सर कार्यवाह लेते हैं वे संघ के दिन-प्रतिदिन के कार्यों व गतिविधियों का संचालन करते हैं. मौजूदा संघ प्रमुख मोहन भागवत भी पूर्व में सर कार्यवाह थे और उस पद पर रहते हुए ही उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी द्वारा जिन्ना पर दिये गये बयान पर भाजपा के तत्कालीन संगठन मंत्रीसंजय जोशी को तब पार्टी अध्यक्षपद से उनका इस्तीफा लेने को कहा था. उस समय आडवाणी भाजपा के अध्यक्ष थे.
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