नयी दिल्ली : नागपुर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तीन साल में होने वाली अहम बैठक शुरू हो चुकी है. शनिवार को होने वाली इस बैठक में संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा अगले सरकार्यवाह का चुनाव करेगी. अटकलें हैं कि सरकार्यवाह के रूप में भैयाजी जोशी की जगह कर्नाटक के दत्तात्रेय होसबाले का चुनाव हो सकता है.
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हर तीन साल बाद संघ की प्रतिनिधि सभा में सरकार्यवाह का चुनाव होता है. भैयाजी जोशी ने सरकार्यवाह पद की कमान 2009 से संभाल रखी है. 2015 में ही उनकी जगह दत्तात्रेय का चुनाव होने की चर्चा चल रही थी. भैयाजी जोशी के खराब स्वास्थ्य के कारण पिछले साल से उनकी कुछ जिम्मेदारियां होसबाले संभाल रहे हैं.
हाल ही में भोपाल में एक कार्यक्रम में भैयाजी जोशी ने अपना स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक होने की दुहाई दी थी. हालांकि, संभावना यह भी है कि उन्हें सरकार्यवाह पद से मुक्त कर संघ से जुड़े कुछ ऐसे संगठनों से तालमेल बेहतर करने की जिम्मेदारी दी जा सकती है, जो सीधे संघ के अनुषांगिक संगठनों में नहीं गिने जाते. कुछ दिनों पहले ही दिल्ली के ऐसे ही एक बड़े संगठन का कार्यकारी मंडल मनमुटाव के कारण संघ से दूर चला गया. प्रतिनिधि सभा में शुक्रवार को सरकार्यवाह द्वारा प्रस्तुत संघ के वार्षिक प्रतिवेदन में केरल के प्रवासी कार्यकर्ता शिविर का प्रमुखता से उल्लेख किया गया.
संघ की संरचना केरल में मजबूत करने के उद्देश्य से कुछ माह पहले प्रवासी कार्यकर्ता शिविर का आयोजन किया गया था. इसी कारण सरसंघचालक मोहन भागवत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के लिए केरल के विद्यालय परिसर में गये थे. यह विवाद का कारण बन गया था. इसी प्रकार तमिलनाडु के प्रौढ़ साप्ताहिक मिलन कार्यक्रम और तेलंगाना के विशेष विजयदशमी उत्सव एवं आंध्र प्रदेश के महाविद्यालयीन विद्यार्थी कार्य का भी उल्लेख किया गया है.
नागपुर में शुरू हुई राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक के साथ ही संभावित अंदरूनी कुछ बदलावों को लेकर अटकलें भी तेज हो गयी हैं. चुप्पी के बावजूद माना जा रहा है कि संघ के कामकाज को देखने वाले शीर्ष नेतृत्व सरकार्यवाह के पद पर नया चेहरा होगा. नये चेहरे के रूप में सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले को देखा जा रहा है.
गौर करने वाली बात यह भी है कि कर्नाटक से आने वाले होसबोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी भी माने जाते हैं. यूं तो बदलाव को लेकर अरसे से चर्चा चलती रही है, लेकिन बैठक की शुरुआत में ही एक ऐसी घटना हुई जिसने इस अटकल को बल दे दिया है.