रायपुर/नयी दिल्ली: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एंटी लैंडमाइन व्हीकल को उड़ा दिया है. इस घटना में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के नौ जवान शहीद हो गये तथा दो जवान घायल हो गये. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने यहां बताया कि किस्टाराम थाना क्षेत्र के पलोड़ी शिविर में सुकमा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा का दौरा था.
इसे देखते हुए किस्टाराम से पलोड़ी के लिए दो एंटी लैंडमाइन व्हीकल में सीआरपीएफ के 212वीं बटालियन के जवानों को रवाना किया गया था. उन्होंने बताया कि वाहन जब किस्टाराम और पलोड़ी गांव के मध्य जंगल में था, तब नक्सलियों ने शक्तिशाली विस्फोट में वाहन को उड़ा दिया. इससे वाहन में सवार नौ जवान शहीद हो गये तथा दो अन्य घायल हो गये.
नक्सली हमले के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया है. उन्होंने शहीद हुए जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना जतायी और घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ डीजी से उन्होंने सुकमा विस्फोट के संबंध में बात की है और उन्हें छत्तीसगढ़ जाने के लिए कहा है.
My heartfelt condolences to the families of those personnel who lost their lives in Sukma blast. I pray for the speedy recovery of the injured jawans. I spoke to DG CRPF regarding the Sukma incident and asked him to leave for Chhattisgarh, tweets HM Rajnath Singh. (File Pic) pic.twitter.com/43BxXvofth
— ANI (@ANI) March 13, 2018
विस्फोट के बाद नक्सलियों ने गोलीबारी भी की थी. अधिकारियों ने बताया कि घटना के दौरान एक अन्य वाहन भी कुछ दूरी पर था. उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल को रवाना किया गया तथा शवों और घायल जवानों को जंगल से बाहर निकाला गया. घायलों को अस्पताल भेजा गया है.
सुरक्षा बल के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार की सुबह इसी मार्ग पर नक्सलियों ने गश्त में रवाना हुए कोबरा बटालियन के जवानों पर हमला किया था. हमले के बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की थी. कुछ देर तक गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से फरार हो गये थे. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सली गर्मी के दौरान मार्च से जून महीने में ‘टेक्टिकल काउंटर आफेंसिव कैंपेन’ (टीसीओसी) चलाते हैं.
इस दौरान नक्सली अपनी गतिविधि को बढ़ा देते हैं तथा बड़े हमले की तैयारी करते हैं. टीसीओसी के दौरान ही नक्सलियों ने पिछले वर्ष 24 अप्रैल को सुकमा जिले के बुरकापाल में एक बड़े हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों की हत्या कर दी थी. इससे पहले सुकमा के ही भेज्जी क्षेत्र में 11 मार्च को नक्सलियों ने सीआरपीएफ के दल पर हमला किया था. इस घटना में 12 जवान शहीद हुए थे.