किस नेता के कितने फेक फॉलोअर्स, ऐसे करें पता
नयी दिल्ली : राजनेताओं की लोकप्रियता का अंदाजा रैली में आने वाली भीड़, सोशल मीडिया पर उनकी लोकप्रियता और राजनीतिक मजबूती से लगाया जाता है. रैली में आने वाली भीड़ पर आपने कई बार खबरें पढ़ी होंगी. इन सभाओं तक भीड़ आने के पीछे एक बड़ी मैनेजमेंट की टीम होती है जो छोटे से गांव […]
नयी दिल्ली : राजनेताओं की लोकप्रियता का अंदाजा रैली में आने वाली भीड़, सोशल मीडिया पर उनकी लोकप्रियता और राजनीतिक मजबूती से लगाया जाता है. रैली में आने वाली भीड़ पर आपने कई बार खबरें पढ़ी होंगी. इन सभाओं तक भीड़ आने के पीछे एक बड़ी मैनेजमेंट की टीम होती है जो छोटे से गांव से लेकर शहर तक फैली होती है.
सोशल मीडिया पर लोकप्रिय नेताओं के फेसबुक पेज और ट्वीटर पर फेक लाइक्स और फॉलोअर्स को लेकर भी खबरें आती रहती है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहते हैं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ऑफिस से भी सक्रियता बनी रहती है और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह अपने हर एक कार्यक्रम और प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानकारी ट्वीट करते हैं.
सोशल मीडिया पर इतने एक्टिव नेताओं का अकाउंट अगर फेक अकाऊंट से फ़ॉलो हो रहा हो तो. नवभारत टाइम्स में छपी एक खबर में कई महत्वूर्ण नेता, अभिनेताओं का सोशल मीडिया अकाउंट कुछ महीने पहले ऑडिट किया गया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के 61 लाख 15 हजार फॉलोअर हैं, जिनमें से 69 फीसदी फेक बताये गये. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के एक करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स है. उनके 67 फीसदी फॉलोअर्स फेक हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के 61 फीसदी फोलोअर्स फेक हैं. इस कड़ी में अगला नाम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का है. उनके भी आधे से ज्यादा फॉलोअर्स फेक हैं. ऐसे ही कई नेता और अभिनेताओं के नाम फेक फॉ़लोअर्स हैं जिसे आप चेक कर सकते है.
आप भी चेक कर सकते हैं किसके कितने फेक फॉलोअर्स
ट्विटर ऑडिट अकाऊंट के 5,000 फॉलोअर्स का सैंपल लेता है. उनके अकाउंट एक्टिविटी, ट्वीट, रिट्वीट के आधार पर अकाउंट रियल है या फेक इसकी जानकारी मिलती है. इस जानकारी के आधार पर अकाउंट में फॉलोअर्स के कितने फेक और कितने रियल फॉलोअर्स है उसका अंदाजा लगाता है. एक्सपर्ट मानते हैं कि यह एकदम सटीक तरीका नहीं है लेकिन एक हद तक अकाऊंट के फॉलोअर्स का पता चल जाता है.