नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 12,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के पीएनबी घोटाले के सिलसिले में हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल का रुख किया है. अधिकारियों ने बताया कि धनशोधन के एक मामले में अदालत की ओर से जारी गैर-जमानती वारंट के आधार पर ईडी ने नीरव और मेहुल के खिलाफ इंटरपोल वारंट जारी करने की मांग की है.
समझा जाता है कि ईडी ने इस बाबत सीबीआइ के पास अपना अनुरोध भेजा है ताकि फ्रांस के ल्योन स्थित इंटरपोल मुख्यालय के सामने यह मुद्दा उठाया जा सके. किसी आपराधिक मामले की जांच के सिलसिले में प्रत्यर्पण या ऐसी ही कानूनी कार्रवाई के सिलसिले में वांछित लोगों के ठिकाने का पता लगाने और उनकी गिरफ्तारी के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाता है. एक बार रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो जाने के बाद इंटरपोल दुनिया के किसी भी कोने से संबंधित व्यक्ति को गिरफ्तार करने की कोशिश करती है और उस देश को उसे हिरासत में लेने के बारे में अधिसूचित करती है ताकि उनकी ओर से आगे की कार्रवाई की जा सके.
मुंबई की एक विशेष अदालत ने इस महीने की शुरुआत में ईडी के अनुरोध पर गैर-जमानती वारंट जारी किया था. इससे पहले, ईडी ने घोटाले के मुख्य आरोपियों नीरव और मेहुल को समन जारी किया था और उनसे मुंबई में एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा था. बहरहाल, दोनों ने कारोबार के सिलसिले में व्यस्त होने की दुहाई देकर पेश होने में अक्षमता जाहिर की थी.