नयी दिल्ली : जेएनयू प्रशासन ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय के छात्र संघ के सदस्यों ने डीन ऑफ स्टूडेंट्स के साथ बदसलूकी की. हालांकि, छात्र संघ ने इस आरोप का खंडन किया है. जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार ने सीसीटीवी फुटेज के साथ एक वक्तव्य जारी किया. उन्होंने जेएनयूएसयू के आंदोलनकारियों पर एक बैठक के दौरान डीन ऑफ स्टूडेंट्स उमेश अशोक कदम के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगाया.
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प्रशासन ने एक वक्तव्य में कहा कि जब चर्चा चल रही थी, तब 15 से अधिक आंदोलनकारी छात्र डीओएस के कार्यालय में घुस गये और बेहद हिंसक हो गये. वे लगातार नारेबाजी करते रहे और दरवाजा बंद कर दिया और सोफा से अवरूद्ध कर दिया. जब डीओएस ने भोजन के लिए बाहर जाने का प्रयास किया, तो उन्होंने उन्हें धक्का दिया, गाली-गलौज वाली भाषा का प्रयोग किया और उनके साथ बदसलूकी की.
वक्तव्य में कहा गया है कि इस संबंध में पुलिस में एक शिकायत दर्ज करायी गयी है और मुख्य प्रॉक्टर मामले की जांच कर रहे हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन के आरोप लगाने के एक दिन बाद छात्र संघ ने आरोपों का खंडन किया और कहा कि सुरक्षा गार्डों ने उल्टे छात्रों के साथ बदसलूकी की थी.