राज्सभा चुनाव : सात केंद्रीय मंत्री निर्विरोध निर्वाचित, छह राज्यों में 23 मार्च को चुनाव
नयी दिल्ली : रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर समेत सात केंद्रीय मंत्रियों को गुरुवारको राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिया गया. वहीं, छह राज्यों में चुनाव 23 मार्च को होने हैं. इन छह राज्यों में उत्तर प्रदेश भी शामिल है जहां से वित्त मंत्री अरुण जेटली मैदान में हैं. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और मानव […]
नयी दिल्ली : रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर समेत सात केंद्रीय मंत्रियों को गुरुवारको राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिया गया. वहीं, छह राज्यों में चुनाव 23 मार्च को होने हैं. इन छह राज्यों में उत्तर प्रदेश भी शामिल है जहां से वित्त मंत्री अरुण जेटली मैदान में हैं.
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर अपने-अपने गृह राज्यों बिहार और महाराष्ट्र से चुने गये, जबकि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और सामाजिक न्याय व अधिकारिकता मंत्री थावर चंद गहलोत मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गये. स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश से निर्विरोध चुने गये. केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला और मनसुख मंडाविया भी गुजरात से निर्विरोध चुने गये. बड़ी पार्टियों के आधिकारिक प्रत्याशी गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड से निर्विरोध निर्वाचित हुए.
छह राज्यों उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, झारखंड, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में उच्च सदन की सीटों के लिए चुनाव होगा जहां सीटों के मुकाबले दावेदार ज्यादा हैं. 16 राज्यों में राज्यसभा की 58 सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव हो रहे हैं. 23 मार्च को केरल में एक सीट के लिए उपचुनाव भी होने हैं जहां जदयू के शरद यादव धड़े के वाम समर्थित उम्मीदवार एमपी वीरेंद्र कुमार को कांग्रेस के बाबू प्रसाद के खिलाफ उतारा गया है. वीरेंद्र कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजग में लौटने के फैसले के खिलाफ विरोध जताने के लिए राज्यसभा से इस्तीफा दिया था.जिसके बाद यह सीट रिक्त हो गयी थी.
उत्तर प्रदेश की 10 सीटों के लिए भाजपा से जेटली और सपा से जया बच्चन समेत11 उम्मीदवार मैदान में हैं. अंकगणित के लिहाज से भाजपा 10 में से आठ सीटों पर आसानी से जीत हासिल कर लेगी. 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों को 324 सीटें हासिल हैं. पश्चिम बंगाल में पांच राज्यसभा सीटों के लिए कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी समेत छह प्रत्याशी मैदान में हैं. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने सिंघवी को समर्थन देने का फैसला किया है. कर्नाटक की चार सीटों के लिए पांच प्रत्याशी चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं. सत्तारूढ़ कांग्रेस ने तीन प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा और जद (एस) के एक-एक उम्मीदवार दावेदारी पेश कर रहे हैं.
झारखंड में भी दो सीटों के लिए चुनाव होंगे जहां तीन प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें दो सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवार हैं और एक कांग्रेस का. छत्तीसगढ़ की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए भाजपा और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस से एक-एक उम्मीदवार आमने-सामने हैं. तेलंगाना से चार उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमायेंगे जहां तीन सीटों के लिए चुनाव होंगे. तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने तीन और कांग्रेस ने एक उम्मीदवार को खड़ा किया है. ओड़िशा से बीजद के तीनों प्रत्याशियों प्रशांत नंदा, सौम्य रंजन पटनायक और अच्युत सामंत को गुरुवारको निर्वाचित घोषित किया गया.
गुजरात से भाजपा के दो और कांग्रेस के दो उम्मीदवार निर्विरोध चुने गये. भाजपा के कीरितसिंह राणा और कांग्रेस समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार पीके वलेरा के नाम वापस लेने के बाद केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला और मनसुख मंडाविया (भाजपा) और कांग्रेस के नारण राथवा और अमी याज्ञनिक को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया. राजस्थान में भाजपा के तीनों प्रत्याशियों किरोड़ी मीणा, भूपेंद्र यादव और मदन लाल सैनी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया. यादव भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं. उत्तराखंड से भाजपा के मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने निर्विरोध जीत हासिल की. भाजपा के एक उम्मीदवार के नामांकन वापिस लेने के बाद महाराष्ट्र में बड़ी राजनीतिक पार्टियों के छह उम्मीदवार निर्विरोध चुने गये. इसमें केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर भी शामिल हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे, केरल भाजपा के पूर्व प्रमुख वी मुरलीधरण (भाजपा), पत्रकार कुमार केतकर (कांग्रेस), अनिल देसाई (शिवसेना) और वंदना चव्हाण ने जीत हासिल की. भाजपा के उम्मीदवार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीपी वत्स हरियाणा से निर्विरोध चुने गये.
आंध्रप्रदेश की तीन सीटों के लिए सत्तारूढ़ तेदेपा के सीएम रमेश, कनकमेदला रविंद्र कुमार और वाईएसआर कांग्रेस के वेमिरेड्डी प्रभाकर रेड्डी निर्विरोध चुने गये. मध्यप्रदेश में केंद्रीय मंत्री प्रधान और गहलोत के अलावा भाजपा के अजय प्रताप सिंह और कैलाश सोनी और कांग्रेस के राजमनी पटेल ने जीत हासिल की. बिहार से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के अलावा जदयू के बशिष्ठ नारायण सिंह और महेंद्र प्रसाद, राजद के मनोज झा और अश्फाक करीम और कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह निर्विरोध चुने गये. एक दशक से भी ज्यादा वक्त के बाद कांग्रेस का कोई सदस्य बिहार से राज्यसभा में जगह बना पाया है.