बीजेपी पर टिप्पणी करना राहुल को पड़ा महंगा,आयोग ने थमाया नोटिस
नयी दिल्ली: आदर्श आचार संहिता का प्रथम दृष्टया उल्लंघन करने की ओर ध्यान दिलाते हुए चुनाव आयोग ने आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी इस कथित टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया कि यदि भाजपा सत्ता में आयी हिंसा में 22 हजार लोग मारे जायेंगे. आयोग ने राहुल से 12 मई की […]
नयी दिल्ली: आदर्श आचार संहिता का प्रथम दृष्टया उल्लंघन करने की ओर ध्यान दिलाते हुए चुनाव आयोग ने आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी इस कथित टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया कि यदि भाजपा सत्ता में आयी हिंसा में 22 हजार लोग मारे जायेंगे.
आयोग ने राहुल से 12 मई की सुबह तक जवाब देने को कहा है. आयोग ने कहा कि यदि राहुल ने सोमवार पूर्वाह्न 11 बजे तक अपना पक्ष नहीं रखा तो वह आगे कोई संदर्भ दिये बगैर कार्रवाई कर सकता है.नोटिस में कहा गया कि आयोग की प्रथम दृष्टया यह राय है..बयान देकर उन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है.
नोटिस के अनुसार हिमाचल प्रदेश के सोलन में एक मई को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कथित रुप से कहा, ‘‘जापान के लोग मुझसे पूछते हैं.वे कहते हैं कि हम एक मुद्दे से भयभीत हैं. हम आपकी मदद करेंगे. हम सडक तैयार करेंगे. लेकिन हम भयभीत हैं कि क्या शांति रह पायेगी..वे कहते हैं कि क्या भारत के लोग एक दूसरे से लडेंगे या नहीं.’’
उन्होंने कथित रुप से कहा था, ‘‘यह भय हमारी जिंदगी में भी है. यदि भाजपा है तो हिंसा होगी. यदि भाजपा हुई तो 22 हजार लोग मारे जायेंगे क्योंकि वे क्रोध फैलाते हैं..यह सवाल पहले नहीं उठाया गया था.’’ भाजपा ने राहुल की इस टिप्पणी की चुनाव आयोग में शिकायत की थी. उसने आयोग को उनके भाषण की सीडी और अखबारों की कतरन मुहैया करायी थी.