मुकदमों से छुटकारा चाहते हैं केजरीवाल, अरुण जेटली और गडकरी से भी मांग सकते हैं मांफी

नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ देश के कई राज्यों मेंमानहानि और इसी तरह के कईमामले दर्ज हैं. केजरीवाल मुख्य रूप से अपने ऊपर चल रहे मानहानि के मुकदमों से छुटकारा चाहते हैं. पार्टी के अंदर से आ रही खबरों की मानें तो अरविंद केजरीवाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2018 11:18 AM

नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ देश के कई राज्यों मेंमानहानि और इसी तरह के कईमामले दर्ज हैं. केजरीवाल मुख्य रूप से अपने ऊपर चल रहे मानहानि के मुकदमों से छुटकारा चाहते हैं. पार्टी के अंदर से आ रही खबरों की मानें तो अरविंद केजरीवाल जल्द ही वरिष्ठ भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और अरुण जेटली से भी माफी मांग सकते हैं.

उन्होंने पंजाब के विक्रम सिंह मजीठिया से लिखित मांफी मांग ली है. केजरीवाल के इस फैसले से पंजाब में आप के कई नेता और कार्यकर्ता नाराज हैं. आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान नेअरविंरकेजरीवाल के इस फैसलेसेनाराज होकर इस्तीफे का ऐलान कर दिया है.

विक्रम सिंह मजीठिया पर दिये गये बयान को लेकर अरविंद केजरीवाल ने लिखित में मांफी मांग ली है. उनके इस कदम से पंजाब के कार्यकर्ता नाराज हैं. यह पहली बार नहीं है जब केजरीवाल को अपने कदम पीछेखींचने पड़े हैं. अवतार सिंह भडाना से भी उन्होंने माफी मांगी थी. जनवरी 2014 में केजरीवाल ने अवतार सिंह भड़ाना को भ्रष्ट लोगों में शामिल किया था. इस सूची में कई लोगों के नाम थे. केजरीवाल के इस बयान पर भड़ाना ने पटियाला कोर्ट में मानहानि का मुकदमा किया था और एक करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति के रूप में मांग की थी.

कितनी बार मांफी मांगेंगे केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ऐसे नेताओं में शामिल हैं जो अपने बयानोंको लेकर अक्सर विवादों में आ जाते हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस या किसी रैली में खुलकर वह अपने राजनीतिक विरोधियों पर आरोप लगाते हैं. कई बार केजरीवाल ने बड़े व्यापारी और उद्योगपतियों का नाम भी ले लिया है. अपने इन बयानों की वजह से केजरीवाल को कई बार माफी मांगनी पड़ी है.
बच्चों की कसम खायी थी नहीं करेंगे किसी से गठबंधन
अरविंद केजरीवाल ने जब राजनीति में प्रवेश किया तो बच्चों की कसम खा कर कहा था कि वह किसी राजनीतिक पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे. दिल्ली में 49 दिनों की सरकार उन्होंने कांग्रेस के सहयोग से चलायी थी. अचानक उन्होंने इस्तीफा दिया और माफी मांग ली. जंतर-मंतर पर किसान गजेंद्र सिंह ने केजरीवाल की सभा के दौरान पेड़ पर लटक कर आत्महत्या कर ली थी. उनकी मौत के बाद भी रैली जारी रही थी इस मामले में भी उन्होंने बाद में माफी मांग ली थी.

सभी मामलों में माफी मांग सकते हैं केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कई मामले अलग-अलग जगह चल रहे हैं. पार्टी सूत्रों की मानें तो केजरीवाल इन मामलों से छुटकारा चाहते हैं. केजरीवाल जल्द ही केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और नितिन गडकरी से भी माफी मांग सकते हैं. जेटली पर अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. नितिन गडकरी को उन्होंने एक सभा में देश का सबसे भ्रष्ट राजनीतिज्ञ बताया था. जेटली और गडकरी दोनों ने ही उन पर मानहानि के मुकदमे किए हुए हैं.

आम आदमी पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने एक मैसेज जारी करते हुए कहा, केजरीवाल और पार्टी के दूसरे नेताओं के खिलाफ देश की अलग-अलग अदालतों में दायर मुकदमों को मिल बैठकर या फिर अदालत के बाहर सुलझाने की सलाह पार्टी की लीगल टीम ने दी है. उनका कहना है कि इन मुकदमों के चलते पार्टी के संसाधनों और कार्यकर्ताओं पर दबाव बना हुआ है.

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