पीएम मोदी ने किसानों से की अपील- पराली जलाना छोड़ें, फैलता है प्रदूषण

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राजधानी दिल्ली में कृषि उन्नति मेले की शुरुआत की. यहां उन्होंने 25 कृषि विज्ञान केंद्रों की भी आधारशिला रखी. प्रधानमंत्री के अलावा इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2018 1:46 PM

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राजधानी दिल्ली में कृषि उन्नति मेले की शुरुआत की. यहां उन्होंने 25 कृषि विज्ञान केंद्रों की भी आधारशिला रखी. प्रधानमंत्री के अलावा इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार फसलों का एमएसपी उनकी उत्पादन लागत के डेढ़ गुना पर तय करेगी. राज्यों के साथ यह सनुश्चित करने के लिये काम किया जा रहा है कि किसानों को घोषित एमएसपी उपलब्ध हो.

पीएम मोदी ने कहा कि इस तरह के उन्नति मेले की न्यू इंडिया में आवश्‍यकता है. देश में आज हज़ारों किसान तकनीक की सहायता से आगे बढ़ रहे हैं. वर्तमान में अनेक राज्य रिकॉर्ड उत्पादन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज देश में दूध, दाल, गेंहू का रिकॉर्ड उत्पादन किसान कर रहे हैं. हमारे देश का कृषि सेक्टर दुनिया को राह दिखाता है. हमें नहीं भूलना चाहिए कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश में अनाज उत्पादन की स्थिति क्या थी, संकट भरे उस दौर से हमारे अन्नदाता ने हमें बाहर निकालने का काम किया.

अपने संबोधन में उन्होंने किसानों से पराली जलाना छोड़ने की अपील की, पीएम मोदी ने कहा कि धरती किसानों की मां है, उसे जलाइए नहीं… पराली को मशीनों के जरिए हटाएं तो उसका खाद के तौर पर उपयोग बढ़ सकेगा. जब हम Crop Residue को जला देते हैं तो ये सारे अहम तत्व जलकर हवा में फैल जाते हैं जिससे प्रदूषण तो होता ही है, किसान की मिट्टी को भी नुकसान होता है.

पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार किसानों की आय दोगुना करने की योजना पर काम कर रही है, लेकिन समय के साथ जो चुनौतियां खेती से जुड़ती चली गईं, वो आज के इस दौर में बहुत अहम हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना के कारण किसानों को काफी लाभ हुआ है. आज देश में 11 करोड़ से ज्यादा सॉयल हेल्थ कार्ड बांटे जा चुके हैं, सॉयल हेल्थ कार्ड से मिल रही जानकारी के आधार पर, जो किसान खेती कर रहे हैं, ऐसा करने से उनकी पैदावार बढ़ रही है और खाद पर खर्च भी किसानों को कम करना पड़ रहा है.

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