मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा में सोमवार को अभूतपूर्व हंगामा देखने को मिला. सत्ताधारी भाजपा एवं शिवसेना ने सदन की कार्यवाही आधी रात तक चलायी जिस पर विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि यह एक विधेयक को पारित कराने के लिए किया गया है ताकि बीएमसी उप-चुनावों में शिवसेना के एक उम्मीदवार को अयोग्य करार दिये जाने से बचाया जा सके.
रात 10 बजे अस्थायी अध्यक्ष योगेश सागर ने पूरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित किये जाने की घोषणा लगभग कर दी थी, लेकिन तभी राज्य के संसदीय कार्य मंत्री गिरीश बापट ने दखल दिया. बापट ने सागर से कहा कि वह कार्यवाही संचालित करें और उन दो विधेयकों को पारित कराएं जिन पर आज चर्चा होनी थी.
इस पर विपक्षी कांग्रेस और एनसीपी के विधायक भड़क गये और आरोप लगाया कि राजनीतिक फायदे के लिए नियमों को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है. इस बीच, महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री (शहरी) रंजीत पाटिल ने विधान परिषद को बताया कि महाराष्ट्र सरकार अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के नियमन और डेबिट एवं क्रेडिट कार्ड के फर्जीवाड़ों में कमी लाने के लिए राज्य सरकार सूचना प्रौद्योगिकी कानून को संशोधित करेगी.