मुंबई : मुंबई में छात्रों ने रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर मंगलवार सुबह प्रदर्शन शुरू किया. यह प्रदर्शन करीब 4 घंटे तक चला. छात्रों को पता है कि लोकल ट्रेन मुंबई की जान है और वहां की जिंदगी की रफ्तार है, इसलिए उन्होंने विरोध का यह तरीका अपनाया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने माटुंगा और छत्रपति शिवाजी टर्मिनिल रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है जिससे आम जनजीवन कुछ देर के लिए प्रभावित हो गया. छात्र अभी भी रेलवे ट्रैक के बगल में डटे हुए हैं.
छात्रों के प्रदर्शन पर राजनीति भी शुरू हो गयी है. प्रदर्शनकारियों को कांग्रेस और एमएनएस का समर्थन मिला है.
प्रदर्शन के दौरान छात्र रेलवे पटरियों पर बैठ गये और अपनी मांगों पर अड़े गये जिस कारण ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया. इस प्रदर्शन का असर लाखों यात्रियों पर पड़ा और वो परेशान रहे. ऑफिस टाइम होने और सीएसटी-माटुंगा की लाइन पर ज्यादा ट्रैफिक होने से आम लोगों को भी परेशानी हुई. लोकल ट्रेनों के साथ ही लंबी दूरी के ट्रेनें भी प्रदर्शन के कारण देर हो गयीं.
छात्रों को रेल पटरियों से हटाने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची जहां छात्रों और पुलिस के बीच थोड़ी झड़प देखने को मिली.
प्रदर्शन को लेकर मध्य रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि छात्रों ने मंगलवार सुबह करीब सात बजे रेल पटरी को जाम कर दिया जिससे माटुंगा और सीएसएमटी के बीच उपनगरीय के साथ- साथ एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन भी प्रभावित हुआ. अधिकारी ने बताया कि माटुंगा और सीएसएमटी के बीच सभी चार लाइनें प्रभावित हुईं. पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने आपस में बात भी की. मध्य रेलवे के प्रमुख पीआरओ सुनील उदासी ने कहा, कि जीआरपी और आरपीएफ जवानों के साथ मिलकर मुंबई पुलिस छात्रों से बातचीत की और रेलवे की प्राथमिकता पटरी खाली कराना था.
छात्र अपने हाथ में तख्तियां लेकर नारे लगाते हुए जीएम कोटा के तहत एक बार में निपटारा करने की मांग कर रहे थे और उन्होंने कहा कि वे सरकार से नौकरी की मांग कर रहे थे.
क्या कहा मुख्यमंत्री ने
प्रदर्शन को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैं अधिकारियों के संपर्क में लगातार हूं. नियम में कोई बदलाव नहीं किया गया है. अप्रेंटिस छात्रों के लिए 20% सीट आरक्षित है. वे ज्यादा सीट की मांग कर रहे हैं. आगे उन्होंने कहा कि छात्रों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसके बाद लाठी चार्ज किया गया. इस झड़प में किसी के जख्मी होने की खबर नहीं है.
30 ट्रेनें रद्द
प्रदर्शन के बाद सेंट्रल लाइन पर करीब 30 ट्रेनें रद्द कर दी गयीं. रेलवे की ओर से यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया (हेल्पलाइन नंबर – 23004000). प्रदर्शन के असर को देखते हुए कुर्ला इलाके में बेस्ट की अतिरिक्त बसें चलाने का निर्णय लिया गया ताकि यात्रियों को अधिक परेशानियों का सामना ना करना पड़े. प्रर्दशन को देखते हुए सेंट्रल रेलवे भी एक्टिव हुआ और ट्विटर के जरिए ताजा रूट की जानकारियां दी.
ये है मामला
पुलिस की कोशिश थी कि जल्दी से जल्दी रेलवे ट्रैक को खाली करवा लिया जाए वर्ना मुश्किलें और बढ़ सकती थीं. गौर हो कि प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि 20 फीसदी कोटा को हटा दिया जाए और स्थायी नौकरी दे दी जाए. खबरों की मानें तो ये अप्रेंटिस स्टूडेंट सालों तक काम कर चुके हैं लेकिन इन्हें नौकरी नहीं मिल पा रही है.