चंडीगढ़/नयी दिल्ली : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज कहा कि वह आइएसआइएस द्वारा अगवा किये गये 39 भारतीयों की इराक में हत्या की ‘हृदयविदारक खबर से दुखी’ हैं. कांग्रेस के उनके सहयोगी प्रताप सिंह बाजवा और आम आदमी पार्टी के कंवर संधु ने भी घटना को लेकर दुख व्यक्त किया है और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर निशाना साधते हुए मारे गए युवकों के परिवार को गुमराह करने का आरोप लगाया. संधु ने सुषमा स्वराज से इस्तीफे की भी मांग की.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर 2014 से बंधक बने लोगों के मारे जाने पर आश्चर्य प्रकट किया और उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की. वहीं, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने केंद्र से मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए आर्थिक सहायता की मांग की. उन्होंने कहा कि इस दु:ख की घड़ी में हम उनके साथ हैं.
सुषमा स्वराज ने आज कहा कि करीब तीन साल पहले आइएसआइएस ने जिन 39 भारतीयों को अगवा कर लिया था, उनकी हत्या कर दी गयी है और उनके शव बरामद कर लिए गए हैं. सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में एक बयान में कहा कि इराक के मोसुल से जून 2015 में आतंकी संगठन ने 40 भारतीयों को अगवा कर लिया लेकिन उनमें से एक खुद को बांग्लादेशी मुस्लमान बताकर बच निकलने में कामयाब हो गया था. अमरिंदर सिंह ने ट्वीटर पर कहा है कि इराक में लापता 39 भारतीयों के बारे में सुषमा स्वराज से हृदय विदारक खबर सुन कर दुखी हूं. इनमें से अधिकांश पंजाबी थे.
2014 में आइएसआइएस द्वारा अगवा किये जाने की खबर के बाद से उनके जीवित होने की उम्मीद रखने वाले परिवारों के प्रति हमारी सहानुभूति है. उन सभी के लिए प्रार्थना करता हूं. राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इराक में लापता लोगों के मारे जाने की खबर की पुष्टि पर दुख व्यक्त किया और उनके परिवार वालों के लिए प्रार्थना की.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ सुषमा स्वराज ने तीन साल से अधिक समय तक परिवारों को गुमराह क्यों किया? यह एमइए और जीओआइ की पूर्ण विफलता है.’ आप नेता और खरार से विधायक कंवर संधु ने केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज से इस्तीफे की मांग की. संधु ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ इराक में 39 भारतीयों के लापता होने के बारे में सुषमा स्वराज ने जो झूठ फैलाया इसकी जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें विदेश मंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.’