नयी दिल्ली : अगले महीने 10 राज्यों में रिक्त होने जा रही राज्यसभा की 58 में से 25 सीटों पर शुक्रवार को मतदान होगा. शेष 33 सीटों पर एक ही उम्मीदवार होने के कारण इनका 15 मार्च को ही निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है. शुक्रवार को छह राज्यों की 25 राज्यसभा सीटों के लिये मतदान होगा. इनमें उत्तर प्रदेश की 10 सीटें भी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की प्रत्येक सीट के लिए 37 विधायकों के मत की दरकार होती है.
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उत्तर प्रदेश विधानसभा में संख्या बल के आधार पर भाजपा के आठ उम्मीदवारों का निर्वाचन तय है, जबकि एक सीट सपा को मिलेगी. शेष बची एक सीट को अपनी झोली में डालने के लिए सपा और बसपा का भाजपा से संयुक्त मुकाबला होगा. भाजपा ने 10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं. सपा ने अपनी मौजूदा राज्यसभा सदस्य जया बच्चन को और बसपा ने भीमराव अंबेडकर को उम्मीदवार बनाया है. बसपा उम्मीदवार को 47 विधायकों वाली सपा के शेष 10 विधायकों का समर्थन देने की पार्टी नेतृत्व ने पहले ही घोषणा कर दी है, लेकिन क्रॉस वोटिंग की आशंका के कारण बसपा प्रमुख मायावाती ने सपा नेतृत्व से बसपा उम्मीदवार को वोट देने वाले 10 विधायकों की सूची मांगी है.
सपा के अलावा, बसपा उम्मीदवार को कांग्रेस और रालोद के विधायकों का भी समर्थन देने की घोषणा संबद्ध दलों द्वारा पहले ही की जा चुकी है. चुनावी दौड़ में भाजपा के उम्मीदवारों में अरुण जेटली, अशोक बाजपेयी, विजय पाल सिंह तोमर, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, अनिल जैन, हरनाथ सिंह यादव, जीवीएल नरसिंहाराव और अनिल कुमार अग्रवाल शामिल हैं. निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्रियों में रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर सहित सात मंत्री शामिल हैं.
केरल से जदयू के राज्यसभा सदस्य एमपी वीरेन्द्र कुमार के इस्तीफे से खाली हुर्इ सीट पर भी कल उपचुनाव होगा. कर्नाटक में चार सीटों के लिए चुनाव मैदान में उतरे पांच उम्मीदवारों में कांग्रेस के तीन और भाजपा तथा जद एस का एक एक उम्मीदवार हैं, जबकि छत्तीसगढ़ की एक सीट के लिये भाजपा और कांग्रेस ने एक एक उम्मीदवार उतारा है. वहीं, तेलंगाना की तीन सीटों के लिये चार उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.