कर्नाटक में 12 मई को होगा चुनाव, 15 मई को आ जायेंगे चुनाव परिणाम
नयी दिल्ली : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ आदर्श आचार संहिता लागू हो गया. मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने चुनाव के तारीखों का ऐलान किया. कर्नाटक में एक ही चरण में चुनाव होगा. चुनाव 12 मई को होगा. इसके लिए 17 अप्रैल को नोटिफिकेशन जारी किया जायेगा.चुनाव आयोग ने बताया […]
नयी दिल्ली : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ आदर्श आचार संहिता लागू हो गया. मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने चुनाव के तारीखों का ऐलान किया. कर्नाटक में एक ही चरण में चुनाव होगा. चुनाव 12 मई को होगा. इसके लिए 17 अप्रैल को नोटिफिकेशन जारी किया जायेगा.चुनाव आयोग ने बताया कि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 27 अप्रैल 2018 होगी. वहीं 15 मई को मतगणना के बाद परिणाम आ जायेंगे.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार चुनाव में कुल 4.96 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. वोटिंग में EVM के साथ VVPAT का भी इस्तेमाल किया जायेगा. मतदाताओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जायेगा. चुनावी खर्च पर आयोग की विशेष नजर होगी. सभी पोलिंग बुथ पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे.
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 24 अप्रैल 2018 होगी.चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने पहले ही कमर कस ली है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार कर्नाटक के दौरे पर हैं, वहीं भाजपा की ओर से अमित शाह भी कर्नाटक पर नजरें जमाये हुए हैं.
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में 225 सदस्यों की विधानसभा है, लेकिन सिर्फ 224 सीटों के लिए चुनाव होता है क्योंकि एक सीट एंग्लो-इंडियन समुदाय के नाम से है. इस सीट पर किसी एंग्लो-इंडियन समुदाय के सदस्य को मनोनित किया जाता है. चुनाव प्रचार के लिए तमाम दल अभी से जुटने लगे हैं. राहुल गांधी के लिए यह राज्य बचाना एक चुनौती हो सकता है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कांग्रेस का किला बचाने में जुटे है.
चुनाव को लेकर भाजपा भी अपना दावं आजमा रही है. भाजपा ने बी एस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है. 2013 के विधानसभा चुनाव में राज्य की कुल 224 सीटों में से कांग्रेस ने 122 सीटों पर कब्जा जमाया था. वहीं भाजपा के खाते में 40 और जेडीएस के खाते में भी 40 सीटें आयी थीं. भाजपा से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले बीएस येदियुरप्पा की केजेपी महज 6 सीटें जीत सकी थी. इसके अलावा अन्य को 16 सीटें मिली थी. बाद में येदियुरप्पा दोबारा बीजेपी के साथ आ गये.