2014 में कांग्रेस को हराने के लिए अरबपति भारतीय व्यापारी ने दिये पैसे, कांग्रेस भी कैंब्रिज एनालिटिका की क्लाइंट
नयी दिल्ली : फेसबुक वोटर डेटालीक मामले में खुलासों का दौर जारी है. इस मामले को दुनिया के सामने लाने वाले व्हिसल ब्लोअर क्रिस्टोफर विली ने भारत एक और खुलासा किया है. विली ने कहा है कि उसके पूर्ववर्ती डैन मर्सियन को भारत के एक अरबपति ने पैसे दिये थे, ताकि कांग्रेस चुनाव हार जाये. […]
नयी दिल्ली : फेसबुक वोटर डेटालीक मामले में खुलासों का दौर जारी है. इस मामले को दुनिया के सामने लाने वाले व्हिसल ब्लोअर क्रिस्टोफर विली ने भारत एक और खुलासा किया है. विली ने कहा है कि उसके पूर्ववर्ती डैन मर्सियन को भारत के एक अरबपति ने पैसे दिये थे, ताकि कांग्रेस चुनाव हार जाये. विली ने यह भी दावा किया है कि कांग्रेस, कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी की क्लाइंट रह चुकी है. यह वही कंपनी है, जिस पर फेसबुक के 5 करोड़ यूजर्स के डेटा चुराने के आरोप हैं. हालांकि, डेटा एनालिटिका का कहना है कि क्रिस्टोफर कंपनी के लिए कांट्रैक्ट पर काम करते थे और उन्हें कंपनी के कामकाज के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है.
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ब्रिटिश संसद की एक समिति के समक्ष पेश हुए विली ने जब यह खुलासा किया, तो भारत की राजनीति में कांग्रेस और भाजपा के बीच वाक् युद्ध छिड़ गया. भाजपा ने कहा कि सोशल मीडिया के लिए राहुल गांधी ने और वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने कैंब्रिज एनालिटिका से मदद ली. वहीं, कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा, कैंब्रिज एनालिटिका की क्लाइंट रह चुकी है.
विली का बयान आने के तुरंत बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद मीडिया के सामने आये और कहा कि क्रिस्टोफर विली के बयान के बाद हर चीज साफ हो चुकी है. राहुल गांधी इससे इन्कार करते आये हैं, लेकिन अब सब कुछ स्पष्ट हो गया है. रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी और कांग्रेस से कहा कि वे देश से माफी मांगें.
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इसका जवाब देने के लिए कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला सामने आये. उन्होंने भाजपा पर कांग्रेस के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद आये दिन षड्यंत्र रचकर कांग्रेस को बदनाम कर रहे हैं. यह बात साफ हो चुकी है कि कांग्रेस की सरकार गिराने के लिए कैंब्रिज एनालिटिका का इस्तेमाल किया गया था. यह खुलासा कैंब्रिज एनालिटिका से जुड़ी कंपनी ओबीआइ के पार्टनर अवनीश राय ने किया था. साजिश गुजरात के एक एनआरआइ कारोबारी के जरिये कराया गया. कैंब्रिज एनालिटिका को करोड़ों रुपये दिये गये थे. अब भाजपा देश को गुमराह कर रही है.’
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स और लंदन ऑब्जर्वर की रिपोर्ट में खुलासा किया गयाथा कि 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स के डेटा लीक हो गये हैं. डेटा चोरी करने का आरोप आरोप ब्रिटिश डेटा एनालिटिक्स फर्म ‘कैंब्रिज एनालिटिका’ पर लगा. फर्म पर ‘चुनाव प्रचार’ में इस डेटा का इस्तेमाल करने का आरोप है. फेसबुक अपनी गलती मान चुका है और कंपनी के मालिक मार्क जुकरबर्ग ने इसके लिए सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांगी.
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बाद में इसके तार भारत से जोड़े गये, तो पता चला कि कैंब्रिज एनालिटिका ने खुद ही घोषित कर रखा है कि वर्ष 2010 में उसने बिहार के विधानसभा चुनाव में अपने ‘क्लाइंट’ को जीत दिलायी थी. ज्ञात हो कि भारत में कैंब्रिज एनालिटिका की सहयोगी कंपनी के चीफ अमरीश त्यागी हैं. अमरीश एनडीए गठबंधन के सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता केसी त्यागी के बेटे हैं.