नयी दिल्ली : डेटा की निजता पर छिड़े विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने उजबेकिस्तान और रूस से बॉट्स का इस्तेमाल कर अपनी लोकप्रियता बढ़ायी, जबकि उनकी पार्टी ने देश को जाति के आधार पर बांटने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया.
डेटा चोरी, यूजर की प्राइवेसी को लेकर चल रही बहस और कैंब्रिज एनालिटिका को लेकर छिड़े विवाद पर बात करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा कि यह भारत में डिजिटल प्रसारण और खबर के लिए नीति तैयार करने का वक्त है और वह बहुत जल्द इस संबंध में कुछ घोषणा करेंगी.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर सवालों का जवाब देते हुए ईरानी ने दावा किया कि उनके मतदाता ही उन्हें मौका देने को तैयार नहीं हैं और कांग्रेस उनके निर्वाचन क्षेत्र में पहली बार सभी स्थानीय निकाय चुनावों और विधानसभा सीटों पर चुनाव हार गयी.
ईरानी ने यहां इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में कहा, इसका मतलब है कि लोग, जिनकी वह एक दशक से ज्यादा से सेवा कर रहे हैं, जानते हैं कि ये सज्जन हैं जो शासन, प्रगति और समृद्धि के वादों को पूरा नहीं करते हैं.
उन्होंने कहा, इसलिए जब उनके अपने ही लोगों ने प्रमाणित कर दिया है कि वह उन्हें नेता के तौर पर स्वीकार्य नहीं है तो कैसे आप मानते हैं कि मैं गुस्से में हूं.
राहुल पर निशाना साधते हुए उन्होंने खुद को ‘सेल्फ मेड वुमन’ बताया और कहा कि उनकी पहचान इससे परिभाषित नहीं होती है कि उनके पिता कौन थे.
सोशल मीडिया पर कांग्रेस प्रमुख को लेकर आकर्षण बढ़ने के बारे में पूछे जाने पर ईरानी ने कहा, ऐसे सज्जन जिन्होंने उजबेकिस्तान और रूस से बॉट्स के आधार पर अपनी लोकप्रियता बढ़ायी, मैं आश्वस्त हूं कि जब वे उस देश जायेंगे तो वह अच्छा करेंगे.
इसलिए जब उनके अपने ही लोकसभा क्षेत्र की बात आती है तो हर किसी को जानना चाहिए कि आप उन्हें एक अवसर देना चाहते हैं लेकिन उनका अपना निर्वाचन क्षेत्र मौका नहीं देना चाहता. बॉट्स स्वचालित फर्जी अकाउंट होता है जो कृत्रिम बुद्धिमता का इस्तेमाल कर खास विचार या उत्पादों को बढ़ावा देता है.