नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी अफ्रीका के विकास में कच्छी लेवा पटेल समुदाय की भूमिका की सराहना करते हुए शुक्रवार को कहा कि विदेशों में रहनेवाले भारतीय देश के ‘स्थायी दूत’ हैं. वह नैरोबी में ‘श्री कच्छी लेवा पटेल समाज’ के रजत जयंती समारोह को वीडियो-कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि विदेश में रहने भारतीय देश के ‘स्थायी दूत’ हैं और वे विभिन्न देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने गुजरात के चौतरफा विकास विशेषकर साल 2001 में कच्छ में आये भूकंप के बाद पुनर्निर्माण और पुनर्वास में कच्छी समाज के योगदान की सराहना की. उन्होंने कहा कि ‘कभी रेगिस्तानी स्थान के तौर पर पहचान रखनेवाला कच्छ एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में बदल चुका है.’ मोदी ने क्षेत्र में केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों की तरफ से किये गये विकास कार्यों का उल्लेख किया.
उन्होंने कहा, पिछले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र को हजारों करोड़ रुपये के निवेश मिले हैं. प्रधानमंत्री ने इस बात का भी उल्लेख किया कि भारत और अफ्रीकी देशों के बीच संपर्क बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि भारत-अफ्रीका शिखर बैठक और अफ्रीकी विकास बैंक की बैठक भारत में हुई तथा मौजूदा सरकार के दौरान राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और खुद उन्होंने 20 से अधिक बार कई अफ्रीकी देशों का दौरा किया. अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में संस्कृति और आध्यात्मिक परंपरा का अनुभव करने के लिए समारोह में मौजूद लोगों को अगले साल जनवरी में होनेवाले कुंभ मेले के लिए आमंत्रित किया.