कश्मीर : तीन मुठभेड़ों में 12 आतंकवादी ढेर, सेना के 3 जवान शहीद, 4 आम नागरिक भी मारे गये
श्रीनगर : आतंकवादी संगठनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के तहत रविवार को दक्षिण कश्मीर में तीन जगहों पर लगभग एक साथ शुरू किए गए अभियान में 12 आतंकवादियों को मार गिराया गया. जबकि सेना के तीन जवान शहीद हो गये और 4 आम लोगों को भी जान गंवानी पड़ी. अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों […]
श्रीनगर : आतंकवादी संगठनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के तहत रविवार को दक्षिण कश्मीर में तीन जगहों पर लगभग एक साथ शुरू किए गए अभियान में 12 आतंकवादियों को मार गिराया गया.
जबकि सेना के तीन जवान शहीद हो गये और 4 आम लोगों को भी जान गंवानी पड़ी. अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के इस अभियान के कारण हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर- ए- तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों को करारा झटका लगा है.
#UPDATE One more terrorist body recovered from Shopian encounter site. In all 12 terrorists neutralised (1 more being ascertained), 3 soldiers martyred & 1 terrorist caught alive. It’s unfortunate that stone pelting around encounter site cost 4 civilian deaths: SP Vaid, DGP, J&K
— ANI (@ANI) April 1, 2018
अवंतिपुरा के विक्टर फोर्स मुख्यालय में आनन- फानन में बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में जम्मू- कश्मीर के पुलिस महानिदेशक( डीजीपी) एस पी वैद्य ने कहा कि कश्मीर घाटी में हाल में आतंकवादी समूहों के खिलाफ यह सबसे बड़ी कार्रवाई है.
अधिकारियों ने बताया कि शोपियां के काचदुरू में अभियान में सेना के तीन जवान शहीद हो गये. उन्होंने बताया कि मलबे से अब तक आतंकवादियों के तीन शव बरामद किये गये है.
अधिकारियों ने बताया कि काचदुरू में अभियान समाप्त हो गया है और सुरक्षाकर्मी कल फिर से मलबे में खोजबीन शुरू करेंगे. इससे पूर्व अवंतिपुरा में विक्टर फोर्स मुख्यालय में बुलाये गये एक संवाददाता सम्मेलन में 15 वीं कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट ने इसे हाल के समय में सबसे बड़ा अभियान करार दिया और कहा कि लेफ्टिनेंट उमर फय्याज का बदला ले लिया गया है.
पिछले साल शोपियां में फय्याज की निर्मम हत्या कर दी गई थी. भट्ट ने कहा, मारे गए आतंकवादियों में इश्फाक मलिक और रईस ठोकर शामिल हैं. उनकी मौत के लिए वे जिम्मेदार थे.
पिछले साल मई में आतंकवादियों ने फय्याज (22) की हत्या कर दी थी. दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले के हरमैन इलाके में उनका शव बरामद किया गया था जिस पर गोलियों से हुए जख्म के निशान थे. डीजीपी ने एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ( एसएसपी) के प्रयास का भी जिक्र किया.
दायलगाम मुठभेड़ के दौरान एसएसपी ने एक आतंकवादी को आत्मसमर्पण करने के लिए राजी किया. शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, मैं दायलगाम मुठभेड़ का खास जिक्र करना चाहूंगा जहां हमारे एसएसपी ने एक विशेष प्रयास किया, जैसा दुनिया में कहीं भी सुनने को नहीं मिलता है.
डीजीपी ने कहा, उन्होंने( एसएसपी ने) एक आतंकवादी के परिजन को फोन किया. उन्होंने उससे 30 मिनट तक बात की, ताकि उसे आत्मसमर्पण करने के लिए राजी किया जा सके. उन्होंने कहा, दुर्भाग्यवश, उसने अपने परिजन की सलाह नहीं मानी.
बातचीत के दौरान जिला एसएसपी ने उसे समझाने की कोशिश की. लेकिन उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद पुलिस के पास पलटवार करने के सिवाय और कोई चारा नहीं था. वह मारा गया. एक अन्य जीवित पकड़ा गया.
काचदुरू में चल रही मुठभेड़ पर डीजीपी ने कहा कि वहां चार- पांच आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना थी, लेकिन हम मलबे के साफ होने के बाद ही सही तस्वीर बता पाएंगे. पुलिस प्रमुख ने बताया कि शोपियां जिले के द्रगाद में हुई मुठभेड़ में एक और काचदुरू में एक आम नागरिक की मौत हो गई.
काचदुरू में मुइभेड़ की जगह पर हिंसा भड़क उठी जिसमें 25 आम लोग पेलेट से जख्मी हुए जबकि छह अन्य को गोलियां लगी. डीजीपी ने कहा कि द्रगाद में हुई मुठभेड़ में मारे गए सभी सात आतंकवादी स्थानीय निवासी थे और उनके परिवारों ने उनके शव मांगे हैं.
सीआरपीएफ के महानिरीक्षक( आईजी) जुल्फीकार हसन ने बताया कि शोपियां में मुठभेड़ की जगह पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए. उन्होंने कहा, अभियान नहीं रुकेंगे और यदि उन्होंने आतंकवाद निरोधक अभियानों में जवानों पर पत्थर फेंकने बंद नहीं किए तो हमें सभी आक्रामक उपाय करने होंगे.
डीजीपी ने कहा कि नौजवानों को इस तरह मरते देखना दुखद है. वैद्य ने कहा, मैं सभी माता- पिता से अपील करता हूं कि वे अपने बच्चों से हिंसा छोड़कर राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल होने का अनुरोध करें.
* आतंकवादियों के मारे जाने की सूचना के बाद दक्षिण कश्मीर के कई हिस्सों में प्रदर्शन
आतंकवादियों के मारे जाने की सूचना के बाद दक्षिण कश्मीर के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष हुआ. अधिकारी ने बताया कि द्रागाद और काचदूरा में प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने गोलियां चलायीं.
उन्होंने बताया कि दो असैन्य नागरिक मारे गये हैं जबकि करीब दो दर्जन घायल हुए हैं. अधिकारी ने बताया कि कई घायलों को अस्पताल ले जाया गया है. घायलों में से एक की हालत गंभीर बतायी जा रही है.
दक्षिण कश्मीर के कई अन्य हिस्सों और श्रीनगर से भी झड़प की सूचना है. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.
* आतंकवादियों के निशाने पर थे सुरक्षा बल और नेता
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी इन तीन जगहों पर बैठकें कर सुरक्षा बलों तथा राजनीतिक कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने तथा विध्वसंक गतिविधियों की साजिश रच रहे थे.
* आतंकवादियों की मौजूदगी की खबर के बाद सुरक्षा बलों ने चलाया सर्च अभियान
अभियानों की जानकारी देते हुए पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बलों ने शोपियां के द्रागाद में आज सुबह घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया था.
उन्होंने कहा कि तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की और जवाबी कार्रवाई के बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी. उन्होंने कहा कि मुठभेड़ में सात आतंकवादी मारे गये. अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी की पहचान करने और वह किस समूह के लिए काम करता था, यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि अभियान अभी भी जारी है और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है. अधिकारी ने कहा कि शोपियां के काचदूरा में एक अन्य मुठभेड़ चल रही है. उन्होंने कहा कि सघन अभियान चल रहा है. विस्तृत जानकारी का इंतजार है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग के पेठ दियालगाम में मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया जबकि दूसरे को सुरक्षा बलों ने पकड़ लिया. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने उस इलाके में घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया. अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने लाऊडस्पीकर के माध्यम से आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने को कहा. यह सामान्य प्रक्रिया है. उन्होंने कहा कि अपील पर एक आतंकवादी ने बाहर आकर आत्मसमर्पण किया.
अधिकारी ने कहा कि उसे हिरासत में ले लिया गया है. आतंकवादी के परिवार ने भी उसे आत्मसमर्पण करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि दूसरे आतंकवादी ने आत्मसमर्पण नहीं किया और सुरक्षा बलों पर गोलियां चलायीं. जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया.
* मारे गये आतंकवादी की पहचान रौफ खांडे के रूप में हुई
पुलिस के अधिकारी ने बताया कि मारे गए आतंकवादी की पहचान रौफ खांडे के रूप में हुई है. वह करीब एक साल पहले लापता हो गया था और कुछ ही दिन पहले उसकी बंदकू पकड़े हुए तस्वीर सोशल मीडिया पर आयी है. उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए परिवार को सौंप दिया गया है. दोनों आतंकवादी हिज्बुल मुजाहिदीन संगठन के हैं.