नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ से किनारा करते हुए पुणे में कहा है कि ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ बस एक राजनीतिक जुमला है, न कि संघ की भाषा का हिस्सा. भागवत ने कहा कि वे राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में सभी को शामिल करना चाहते हैं, उन लोगों को भी जो संघ का विरोध करते हैं. आरएसएस प्रमुख ने समावेशी चरित्र पर जोर दिया. भागवत ने कहा कि हमें राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में सभी लोगों को शामिल करना है, उन लोगों को भी जो हमारा विरोध करते हैं.
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फरवरी में संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह महात्मा गांधी के कांग्रेस मुक्त भारत के सपने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और उन्होंने देश की इस सबसे पुरानी पार्टी पर सत्ता में रहने के दौरान देश की विकास की कीमत पर गांधी परिवार का महिमामंडन करने का आरोप लगाया था.
पीएम मोदी सहित भाजपा के बड़े नेता कांग्रेस मुक्त भारत की बात चुनावी रैलियों में करते रहे हैं. लगातार विधानसभा चुनाव जीत रही भाजपा अब तक 21 राज्यों में सरकार बना चुकी है और हर बार चुनाव नतीजे आने के बाद भाजपा के नेता कांग्रेस मुक्त भारत की बात को दोहराते हैं.