जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव चिंतित
संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस जम्मू-कश्मीर के हालात पर ‘बहुत चिंतित’ हैं और चाहते हैं कि सभी सदस्य देश अपने नागरिकों की रक्षा करें. महासचिव के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब बीते रविवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग और शोपियां […]
संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस जम्मू-कश्मीर के हालात पर ‘बहुत चिंतित’ हैं और चाहते हैं कि सभी सदस्य देश अपने नागरिकों की रक्षा करें. महासचिव के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब बीते रविवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग और शोपियां जिलों में भारतीय सुरक्षा बलों ने आतंकवाद निरोधक तीन अभियानों में 13 आतंकवादियों को मार गिराया था.
इन अभियानों में थलसेना के तीन जवान शहीद हुए थे और चार आम नागरिकों को भी जान गंवानी पड़ी थी. महासचिव के प्रवक्ता स्टीफेन दुजा रिक ने सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को बताया, ‘हमने जम्मू-कश्मीर में जैसे हालात देखे हैं, उसे लेकर महासचिव वास्तव में बहुत चिंतित हैं. उन्होंने याद दिलाया है कि सदस्य देशों पर अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत नागरिकों की रक्षा का दायित्व है.’
उन्होंने कहा कि महासचिव ने देशों से अपनी अपील दोहराई कि वे शांतिपूर्ण तरीके से विवाद सुलझाने के तौर-तरीके तलाशें. दुजारिक ने कहा कि आम लोग जहां कहीं हैं, वहां उनके संरक्षण की जरूरत है, ‘चाहे वे गाजा में हों, जम्मू-कश्मीर में हों या यमन में हों. यह इस संगठन का बुनियादी सिद्धांत है.’
यह पूछे जाने पर कि क्या महासचिव इस मामले में जांच कराने पर विचार कर रहे हैं, इस पर प्रवक्ता ने कहा, ‘नागरिकों को किसी तरह के नुकसान की जांच की जरूरत होती है, चाहे यह जहां कहीं भी हुआ हो.’ इस बीच, अप्रैल महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष पेरू के राजदूत गुस्तावो मेजा-कुआड्रा ने कहा कि कश्मीर के हालात पर चर्चा कराने की परिषद की कोई योजना नहीं है.
संयुक्त राष्ट्र में पेरू के स्थायी प्रतिनिधि मेजा-कुआड्रा ने कल यहां पत्रकारों को बताया, ‘यह एक अहम विषय है लेकिन अभी इसके निदान को लेकर कोई आम राय नहीं है. लिहाजा, कुछ समय के लिए हमने कार्यक्रम पर कोई योजना नहीं बनायी है. हमने फिलहाल उस पर चर्चा के लिए कोई कार्यक्रम तय नहीं किया है.’
मेजा-कुआड्रा से एक पाकिस्तानी पत्रकार ने सवाल किया था कि क्या पेरू के अध्यक्ष रहने के दौरान परिषद कश्मीर के मौजूदा हालात पर चर्चा करेगी.