संसद में गतिरोध को लेकर प्रधानमंत्री का उपवास आज, बोली कांग्रेस- ढोंग कर रहे हैं मोदी

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल में आयोजित बजट सत्र में कांग्रेस की ‘‘ अलोकतांत्रिक ‘ क्रियाकलापों के कारण संसद की कार्यवाही नहीं चलने के विरोध में 12 अप्रैल यानी आज एकदिवसीय उपवास करेंगे. वहीं , भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी आज चुनावी राज्य कर्नाटक के हुबली में धरना देंगे. एक वक्तव्य में भाजपा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2018 8:48 AM

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल में आयोजित बजट सत्र में कांग्रेस की ‘‘ अलोकतांत्रिक ‘ क्रियाकलापों के कारण संसद की कार्यवाही नहीं चलने के विरोध में 12 अप्रैल यानी आज एकदिवसीय उपवास करेंगे. वहीं , भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी आज चुनावी राज्य कर्नाटक के हुबली में धरना देंगे. एक वक्तव्य में भाजपा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस के ‘‘अलोकतांत्रिक और विकास विरोधी चेहरे को उजागर करने के लिये’ पार्टी सांसदों के साथ उपवास रखेंगे.

यहां चर्चा कर दें कि कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने बजट सत्र के दौरान संसद की कार्यवाही बाधित की. पिछले दिनों भाजपा सांसदों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विपक्ष और खासतौर पर कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि संसद में गतिरोध के विरोध में भाजपा सांसद 12 अप्रैल को उपवास रखेंगे.

मोदी का उपवास ढोंग: कांग्रेस
कांग्रेस ने पीएम मोदी के उपवास को ढोंग बताया है. कांग्रेस ने कहा कि संसद के बजट सत्र में काम बाधित किये जाने के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुरुवार को एक दिन का उपवास करने की घोषणा ‘‘ ढोंग ‘ है. प्रधानमंत्री को युवाओं , दलितों और समाज के अन्य वर्गों से माफी मांगनी चाहिए जिन्हें उनकी सरकार द्वारा कथित रूप से नीचा दिखाया गया. कांग्रेस के संचार प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार को लोकसभा में पूर्ण बहुमत के बावजूद संसद का कामकाज नहीं होने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा उपवास एक ढोंग है. भाजपा को राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए और 250 से अधिक घंटों तक संसद को बाधित करने के लिए उपवास करना चाहिए. लोकसभा में जहां भाजपा का बहुमत है वहां इसके समय का केवल एक प्रतिशत समय कामकाज हुआ और राज्यसभा में केवल छह प्रतिशत काम हुआ. सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सरकार ने संसद का ‘‘ निरादर ‘ और ‘‘ स्तर नीचा ‘ किया है.

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