नयी दिल्ली : 32 सालों से विश्वहिंदू परिषद के नेता रहे प्रवीण तोगड़िया अब बीएचपी से अलग हो गये हैं, चुनाव में अपने गुट की हार के बाद तोगड़िया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का ऐलान किया. उन्होंने अनिश्चितकालीन भूखहड़ताल पर जाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा, भले अब मैं बीएचपी में नहीं हूं लेकिन हिंदुओं के हित में आवाज उठाता रहूंगा. मैं जानता हूं अभी भी मेरे साथ करोड़ों कार्यकर्ता हैं. मैं उनके बल पर अपनी बात रखता हूं, तब भी दहाड़ता था, अभी भी दहाड़ रहा हूं.
उन्होंने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा जिन वादों के साथ सरकार सत्ता में आयी थी, उसे पूरा नहीं किया. सरकार हिंदुओं के हित का वादा करके आयी थी. राम मंदिर बनाने का जो वादा सरकार ने किया था उसे पूरा नहीं किया. गौ हत्या को लेकर कड़े कानून की बात कही थी उसे भी नहीं निभाया. जम्मू कश्मीर से विस्थापित हिंदुओं को दोबारा बसाने का वादा था. स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार को लेकर किया गया वादा भी पूरा नहीं किया.
जस्टिस विष्णु सदाशिव कोकजे बने विश्व हिंदू परिषद के नये अध्यक्ष
गौरतलब है कि आज हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल विष्णु सदाशिव कोकजे को विश्व हिंदू परिषद ( विहिप ) का नया अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. रिटायर्ड जस्टिस वीएस कोकजे आरएसएस की पसंद थे. उनके नाम पर मुहर पिछली बैठक में ही लग गयी होती, लेकिन तोगड़िया और उनके समर्थकों ने हंगामा करके चुनाव को होने दिया था. प्रवीण तोगड़िया के संबंध पिछले कुछ समय से सरकार के साथ अच्छे नहीं चल रहे थे और वे लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगा रहे थे.