नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 2012 में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई निर्भया के अभिभावकों ने बलात्कार के मामले में दोषी को फांसी की सजा देने की वकालत की और कहा कि भले समाज आगे बढ़ गया हो, लेकिन बेटियां अब भी सुरक्षित नहीं है.
23 वर्षीय पारामेडिकल छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था और 29 दिसंबर को उसकी मौत हो गयी थी. निर्भया की मां दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल द्वारा किये जा रहे अनिश्चित हड़ताल में पहुंची थी.
यह हड़ताल शनिवार को दूसरे दिन में प्रवेश कर गया. यहां निर्भया की मां ने कहा, मैं बहुत दुखी हूं कि हम एक समाज के तौर पर बहुत आगे बढ़ गये हैं लेकिन हमारी बेटियां आज भी सुरक्षित नहीं हैं.
मैं मांग करती हूं कि बलात्कारियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. जम्मू-कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बलात्कार की हालिया घटनाओं के बाद मालिवाल ने हड़ताल शुरू की है.