मुंबई : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि यदि अयोध्या में राम मंदिर ‘फिर से नहीं बनाया गया’ तो ‘हमारी संस्कृति की जड़ें’ कट जायेंगी. भागवत ने पालघर जिले के दहानू में विराट हिंदू सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की. आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘भारत में मुस्लिम समुदाय ने राम मंदिर नहीं तोड़ा. भारतीय नागरिक ऐसी चीजें नहीं कर सकते. भारतीयों का मनोबल तोड़ने के लिए विदेशी ताकतों ने मंदिरों को तोड़ा.’
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उन्होंने कहा, ‘लेकिन आज हम आजाद हैं. हमें उसे फिर से बनाने का अधिकार है, जिसे नष्ट किया गया था, क्योंकि वे सिर्फ मंदिर नहीं थे, हमारी पहचान के प्रतीक थे.’ भागवत ने कहा, ‘यदि (अयोध्या में) राम मंदिर फिर से नहीं बनाया गया, तो हमारी संस्कृति की जड़ें कट जायेंगी. इसमें कोई शक नहीं कि मंदिर वहीं बनाया जायेगा, जहां वह पहले था.’
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राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद सुप्रीम कोर्ट में है. आरएसएस प्रमुख ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए उन्हें देश के कई हिस्सों में हुई हालिया जातिगत हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया. भागवत ने कहा, ‘जिनकी दुकानें बंद होगयीं (जो चुनाव में हार गये) वे अब लोगों को जाति के मुद्दों पर लड़ने के लिए उकसा रहे हैं.’