देश में नकदी की किल्लत, सरकार बोली – घबराइए मत, कर रहे हैं कई उपाय
नयी दिल्ली : आर्थिक मामलों के सचिव एससी गर्ग ने नकदी संकट पर कहा कि हम 500 करोड़ रुपये मूल्य के 500 के नोट हर दिन प्रिंट करते हैं, हम इसकी छपाई पांच गुणा तक बढ़ाने के कदम उठाने जा रहे हैं. हम 500 रुपये के 2500 करोड़ मूल्य के नोट प्रतिदिन आपूर्ति करते हैं. […]
नयी दिल्ली : आर्थिक मामलों के सचिव एससी गर्ग ने नकदी संकट पर कहा कि हम 500 करोड़ रुपये मूल्य के 500 के नोट हर दिन प्रिंट करते हैं, हम इसकी छपाई पांच गुणा तक बढ़ाने के कदम उठाने जा रहे हैं. हम 500 रुपये के 2500 करोड़ मूल्य के नोट प्रतिदिन आपूर्ति करते हैं. एक महीने में यह आपूर्ति 70 हजार से 75 हजार करोड़ रुपये के बीच होती है.
We print about 500 cr of Rs 500 notes per day. We have taken steps to raise this production 5 times. In next couple of days, we'll have supply of about 2500 cr of Rs 500 notes per day. In a month, supply would be about 70000-75000 cr: SC Garg, Secy, Dept of Economic Affairs pic.twitter.com/bD84VjhKQJ
— ANI (@ANI) April 17, 2018
नकदी के संकट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला. राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी ने बैंकिंग सिस्टम को नष्ट कर दिया है. नीरव मोदी 30 हजार करोड़ रुपये लेकर भाग गये, प्रधानमंत्री ने एक शब्द नहीं कहा. उन्होंने हमारी जेब से 500 व 1000 रुपये के नोट छिन लिये और हमें लाइन में खड़ा कर उसे नीरव मोदी की जेब में डाल दिया. वहीं,तृणमूल कांग्रेसकेसांसद डेरेकओब्रायनने कहा है कि यह स्थितिआर्थिक इमरजेंसीहै. उन्होंने कहाथा कि 50दिनों में हर चीज ठीक हो जाएगी, पर अब डेढ़साल से ज्यादाहो गये हैंऔर अब भी नकदी की समस्या बनी हुई है.
नयी दिल्ली/रांची/पटना : बैंकों के एटीएम में नकदी नहीं रहने से लोग परेशान हैं और 2016 के नवंबर-दिसंबर महीने की नोटबंदी के बाद इसे दूसरी नोटबंदी का नाम दे रहे हैं. इस तरह की स्थिति पिछले एक पखवाड़े से बनीहुई है, लेकिन पिछले दो दिनों में समस्या और गहरी हो गयी है. यह समस्या तब और गहरी हो गयी जब इसका हल ढूंढने के लिए वित्त मंत्रालय ने रिजर्व बैंक, बैंकों व राज्यों के साथ बैठक की. लोग नकदी नहीं रहने से काफी परेशान हैं और वे अपने जरूरी काम भी नहीं कर पा रहे हैं. रांची के रहने वाले राजेश के पास मकान का किराया देने के लिए नकदी नहींथी और देर होने के कारण अंतत: उसे उधार का सहारा लेना पड़ा. इसी तरह एक शादी समारोह में जाने की तैयारी कर रही प्रिया के पास जाने का रेल टिकट तो हैं लेकिन पैसे नहीं हैं. इस वजह से वह ठीक से खरीदारी भी नहीं कर पायी. वहीं, पटना में रह रहे अमित के एटीएम में उसके बड़े भाई ने पैसे ट्रांसफर तो कर दिये हैं, लेकिन उसे कोचिंग वालों को पैसे का भुगतान करने में दिक्कतें आ रही हैं.
People in Delhi say 'We are facing cash crunch. Most of the ATMs are not dispensing cash, the ones which are dispensing, have only Rs 500 notes. We are facing difficulty, don't know what to do'. pic.twitter.com/zZoeEfOwjk
— ANI (@ANI) April 17, 2018
नकदीकीइस किल्लत को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आ गयी है. वित्त राज्य मंत्री एसपी शुक्ला ने कहा है अभी हमारे पास 1, 25, 000 करोड़ रुपये कीनकदी है. परेशानी है कि कुछ राज्यों में नकदी कम है और कुछ राज्यों में अधिक. उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे संतुलित करने के लिए राज्यवार कमेटी बनायी है और आरबीआइ ने भी इन नकदी को एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रांसफर करने के लिए कमेटी का गठन किया है. सरकार की ओर से कहा गया है दो-तीन दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी.
कैश संकट पर देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआइ के चीफ ने भी बयान दिया है. उन्होंने न्यूज चैनल एनडीटीवी से कहा है कि कैश की दिक्कत सरकार के इयर इंड पेमेंट के चलते हुई है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे डरे नहीं, साथ आमलोग से उन्होंने आग्रह किया कि वे नकदी का संग्रह नहीं करें.
कैश की किल्लत की समस्या के मीडिया में तूल पकड़ने के बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस मामले में ट्वीट कर स्थिति को साफ करने का प्रयास किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि देश में नकदी की स्थिति की समस्या की है. कुल मिलाकर देश में जरूरत के अधिक नकदी है और यह बैंकों के पास भी उपलब्ध है. उन्होंने मौजूदा संकट का कारण कुछइलाकों में नोटों की मांग अचानक व असामान्य वृद्धि को बताया. उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में इस समस्या से त्वरित रूप में निबटा जा रहा है.
Have reviewed the currency situation in the country. Over all there is more than adequate currency in circulation and also available with the Banks. The temporary shortage caused by ‘sudden and unusual increase’ in some areas is being tackled quickly.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) April 17, 2018
चुनावी राज्य कर्नाटक, बिहार, नगर निकाय चुनाव से गुजर रहे झारखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश व तेलंगाना जैसे राज्यों में नकदी की अधिक दिक्कत है. जानकारों का कहना है कि जिन राज्यों में चुनाव होते हैं वहां नकदी प्रवाह अधिक तेज हो जाता है, जिससे भी उसकी दिक्कत होती है. बिहार में नकदी की दिक्कत का एक कारण परिवहन दिक्कतों को भी बताया जा रहा है, खासकर उत्तर बिहार में.
#MadhyaPradesh: People in Bhopal say 'We are facing a cash crunch. ATMs are not dispensing cash. The situation has been the same since 15 days. We have visited several ATMs today as well, to no avail.' pic.twitter.com/VwtR3s7flL
— ANI (@ANI) April 17, 2018
भाेपाल के लोगों ने आज कहा कि हम नकदी के संकट से गुजर रहे हैं. एटीएम नोट नहीं दे रहे हैं. यह स्थिति 15 दिन से बनी हुई है. तेलंगाना के हैदराबाद में कई एटीएम खाली हैं. दिल्ली के लोगों ने हम नकदी की दिक्कत का सामना कर रहे हैं. ज्यादातर एटीएम पैसे नहीं दे रहे हैं, कुछ सिर्फ 500 के नोट दे रहे हैं.
People in Varanasi say, 'We do not know what or where the problem is but the common man is facing difficulty as the ATM Kiosks are not dispensing cash. We have visited 5-6 ATMs since morning. We need to pay for the admission of children and purchase groceries & vegetables'. pic.twitter.com/8eSGXU0NtU
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 17, 2018
एटीएम में नोटों की कमी का हाल यह है कि पिछले दिनों वित्त मंत्रालय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एटीएम में नोटों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश देना पड़ा. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने अफसरों को हालात पर नजर रखने को कहा है. एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह मामला केंद्र के सामने उठाने की बात कही है.
पिछले सप्ताह की बैठक बेअसर
पिछले सप्ताह 11 अप्रैल को वित्त मंत्रालय ने रिजर्व बैंक, विभिन्न बैंकों के अधिाकारियों व राज्य सरकार के अफसरों के साथ नकदी संकट पर बैठक की थी और उसमें इस मुद्दे से निबटने के उपायों पर चर्चा की गयी थी. पर, छह दिन बाद भी इस बैठक का जमीन पर असर नहीं दिख रहा है, उल्टे समस्या और गहरी हो गयी है. हालांकि आरबीआइ सूत्रों का दावा है कि नकदी का संकट नहीं है और स्थानीय गतिविधियों के कारण उतार-चढ़ाव के कारण यह स्थिति बनती है.
We've cash currency of Rs1,25,000 cr right now. There is one problem that some states have less currency&others have more.Govt has formed state-wise committee & RBI also formed committee to transfer currency from one state to other. It'll be done in 3 days: SP Shukla, Mos Finance pic.twitter.com/Xm4b4NhMqu
— ANI (@ANI) April 17, 2018