लोकसेवा दिवस के समापन पर पीएम मोदी ने कहा-विकास के लिए जनभागीदारी जरूरी
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लोकसेवकों से कहा कि वे सरकारी नीतियों के क्रियान्वयन में नवोन्मेष और तकनीक का सर्वश्रेष्ठ उपयोग करें. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्र के विकास के लिए जनभागीदारीवाला लोकत्रंत अनिवार्य है. दो दिवसीय लोकसेवा दिवस समारोह के समापन पर नौकरशाहों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा […]
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लोकसेवकों से कहा कि वे सरकारी नीतियों के क्रियान्वयन में नवोन्मेष और तकनीक का सर्वश्रेष्ठ उपयोग करें. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्र के विकास के लिए जनभागीदारीवाला लोकत्रंत अनिवार्य है.
दो दिवसीय लोकसेवा दिवस समारोह के समापन पर नौकरशाहों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता से पहले प्रशासन का उद्देश्य अंग्रेजों को सुरक्षित रखना था, लेकिन आज उसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आम आदमी तक राहत पहुंचे. उन्होंने सरकारी नीतियों के क्रियान्वयन में रणनीतिक सोच की जरूरत पर बल देते हुए नौकरशाहों से उन नवोन्मेष और तकनीक का इस्तेमाल करने को कहा जो अतिरिक्त ताकत बन सकती हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि जन भागीदारी भारत जैसे देश में सफलता की आधारशिला है. उन्होंने कहा कि नये कानून या नीतियों को बनाते समय लोगों के हितों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
इससे पहले उन्होंने दो पुस्तकों ‘न्यू पाथवेज’ और ‘एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स : अनलॉकिंग पोटेंशियल्स’ का भी विमोचन किया. उन्होंने समारोह में जिलों और क्रियान्वयन इकाइयों में चयनित प्राथमिकता कार्यक्रमों और नवोन्मेष को प्रभावी तरीके से लागू करने पर ‘अवार्ड्स फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन’ पुरस्कार दिये. इसके अलावा राज्य और केंद्रीय संगठनों को भी समारोह में सम्मानित किया गया. नौकरशाहों को सम्मान देने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरणा हमेशा जरूरी होती है.’