नयी दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा बच्चियों के रेप के दोषियों के खिलाफ मौत की सजा के प्रावधान से संबंधित अध्यादेश लाने के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने शनिवार देर शाम अपना अनशन समाप्त करने की घोषणा कर दी है.
इससे पहले उन्होंने अपना अनशन तोड़ने से साफा इनकार कर दिया था. उन्होंने मांग रखी थी कि जब तक बच्चियों की सुरक्षा के लिए कुछ ठोस कदम नहीं उठाये जाते हैं जब तक वो अपना अनशन जारी रखेंगी.
गौरतलब हो केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज ही एक अध्यादेश को मंजूरी दी है जिसमें 12 साल तक की बच्चियों से दुष्कर्म के दोषियों को फांसी की सजा का प्रावधान है. पिछले नौ दिन से यहां राजघाट पर भूख हड़ताल पर बैठीं स्वाति ने मीडिया के सामने अपना अनशन समाप्त करने की घोषणा की.
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इससे पहले उन्होंने दो ट्वीट के माध्यम से अपना रुख साफ किया था. उन्होंने कहा था , मैं इस जीत के लिए इस देश की जनता को बधाई देती हूं. बहुत कम प्रदर्शनों में इतने कम समय में इतना कुछ हासिल होता है. लेकिन जब तक कुछ ठोस नहीं होता , मैं नहीं हटूंगी. जब तक हर बच्ची की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाला तंत्र नहीं बनता , मैं नहीं हटूंगी.
स्वाति ने कहा , मैं अध्यादेश पारित होने तक अनशन करती रहूंगी. पुलिस के संसाधन और जवाबदेही भी बढ़ने चाहिए. वाकई दुख की बात है कि कुछ चैनल झूठी खबर फैला रहे हैं कि मैंने अनशन तोड़ दिया है. सभी समाचार चैनलों से मेरी अपील है कि फर्जी खबर नहीं चलाएं.
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स्वाति मालीवाल ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर छह मांगें उठाई थीं. उन्होंने अध्यादेश पारित करने , संयुक्त राष्ट्र के मानकों के हिसाब से पुलिस कर्मी तैनात करने और पुलिस बलों की जवाबदेही तय करने की मांग रखी थी.
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