वृंदा करात को पछाड़ कर सीताराम येचुरी फिर चुने गये मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव

हैदराबाद : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज एक बयान में कहा कि सीताराम येचुरी पार्टी के महासचिव के पदकेलिए दोबारा चुन लिये गये हैं. यह फैसला हैदराबाद में जारी पार्टी कांग्रेस की 22वीं बैठक के दौरान लिया गया. 19 अप्रैल 2015 को सीताराम येचुरी को प्रकाश करात की जगह पार्टी का महासचिव चुना गया था, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2018 2:00 PM

हैदराबाद : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज एक बयान में कहा कि सीताराम येचुरी पार्टी के महासचिव के पदकेलिए दोबारा चुन लिये गये हैं. यह फैसला हैदराबाद में जारी पार्टी कांग्रेस की 22वीं बैठक के दौरान लिया गया. 19 अप्रैल 2015 को सीताराम येचुरी को प्रकाश करात की जगह पार्टी का महासचिव चुना गया था, और यह कार्यकाल इसी महीने पूरा हो गया. ऐसे में येचुरी को एक और टर्म दिया जाना था या किसी नये चेहरे को महासचिव चुना जाना था. इस पद के लिए दूसरी बार उनके चयन को वाम दल की हाल ही में चयनित 95 सदस्यीय केंद्रीय समिति ने स्वीकृति दी. 65 वर्षीय येचुरी ने वर्ष 2015 में विशाखापत्तनम में संपन्न 21 वीं पार्टी कांग्रेस में प्रकाश करात का स्थान लिया था और पार्टी महासचिव बने थे.

माकपा महासचिव की दौड़ में वृंदा करात शामिल थीं, लेकिन अंतत: पार्टी ने सीताराम येचुरी को एक और टर्म देने का निर्णय लिया. सूत्रों के अनुसार, एमए बेबी, माणिक सरकार और बीवी राघवेल्लु वृंदा करात को महासचिव बनाने के पक्ष में थे.

येचुरी के कार्यकाल में पार्टी को त्रिपुरा में हार का मुंह देखना पड़ा है. फिलहाल पार्टी सिर्फ दक्षिणी राज्य केरल में सरकार में है. पश्चिम बंगाल में वह कई साल पहले ममता बनर्जी के हाथों अपना सत्ता गंवा चुकी है. सत्ता में सिकुड़न के साथ पार्टी महासचिव पद का आभामंडल भी पहले से कम हुआ है.

माकपा अपनी पुनर्वापसी के लिए कोशिशें कर रही है. पार्टी कांग्रेस में तय किया गया है कि पांच सितंबर को दिल्ली में मजदूर किसान संघर्ष रैली का आयोजन किया जाएगा.

Next Article

Exit mobile version