नयी दिल्ली : निचली अदालत द्वारा बलात्कार मामले में आसाराम पर बुधवार को फैसला सुनाया जाएगा. इसको लेकर शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है और निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है.
राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देशों के मुताबिक निचली अदालत मामले के सिलसिले में जोधपुर सेन्ट्रल जेल परिसर में अपना फैसला सुनाएगी. कानून और व्यवस्था के लिए आसाराम के अनुयायियों को खतरा मानते हुए पुलिस ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है.
* तीन राज्य की पुलिस अलर्टपर
फैसला सुनाये जाने से पहले केंद्र सरकार ने तीन राज्य (राजस्थान , गुजरात और हरियाणा) की पुलिस को अर्ल्ट पर रखा है. केंद्र ने सुरक्षा कड़ी करने और अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा है.
गृह मंत्रालय ने एक संदेश जारी कर तीनों राज्यों से सुरक्षा मजबूत करने को कहा है. साथ ही यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि अदालत के आदेश के बाद कोई हिंसा नहीं फैले. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तीनों राज्यों से संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात करने के लिए कहा गया है. इन तीन राज्यों में बड़ी संख्या में लोग आसाराम के भक्त हैं.
गृह मंत्रालय का यह परामर्श डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के जुर्म में सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा , पंजाब तथा चंडीगढ़ में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के मद्देनजर भेजा गया है.
Jodhpur Court dismissed the petition seeking entry of media persons in Central Jail of Jodhpur for the coverage of Asaram Bapu rape case judgment.
— ANI (@ANI) April 24, 2018
* मीडिया कवरेज पर रोक
आसाराम पर फैसला आने से पहले जोधपुर कोर्ट ने मीडिया कवरेज पर रोक लगा दी है. जोधपुर कोर्ट ने आसाराम बापू बलात्कार मामले के फैसले के कवरेज के लिए जोधपुर की केंद्रीय जेल में मीडियाकर्मियों के प्रवेश की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया है.
डीजीआई ( जेल ) विक्रम सिंह ने बताया , हमने फैसला सुनाये जाने के दिन के लिए सभी प्रबंध किये हैं. जेल परिसर में अदालत कक्ष में अदालत के कर्मचारियों सहित मजिस्ट्रेट , आसाराम और सह आरोपी , बचाव एवं अभियोजन पक्ष के वकील मौजूद रहेंगे. विशेष अदालत में एससी / एसटी मामलों पर सात अप्रैल को अंतिम दलीलें पूरी हुयी थी और अदालत ने फैसला सुनाने के लिए 25 अप्रैल की तारीख निर्धारित की थी.
आसाराम पर फैसला आने से पहले दिल्ली समेत राजस्थान तक पुलिस पूरी तरह से अलर्ट पर है. कोई अव्यवस्था नहीं फैले इसको लेकर दोनों राज्यों की सरकारों ने पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं. दिल्ली पुलिस के अधिकारी यूपी और हरियाणा पुलिस से भी संपर्क बनाए हुए हैं. पुलिस लोकल इंटेलिजेंस के जरिए आसाराम के आश्रमों और उनके समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखने का दावा कर रही है.
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* क्या है मामला
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक किशोरी लड़की की शिकायत पर आसाराम को गिरफ्तार किया गया था. वह मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी. पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आसाराम ने जोधपुर के मनाई इलाके में स्थित अपने आश्रम में उसे बुलाया और 15 अगस्त 2013 की रात में उसके साथ बलात्कार किया. आसाराम को इंदौर में गिरफ्तार किया गया और एक सितंबर 2013 को जोधपुर लाया गया. वह दो सितंबर 2013 से न्यायिक हिरासत में हैं.
* दिल्ली और राजस्थान में भी अलर्ट
आसाराम पर फैसला आने से पहले दिल्ली समेत राजस्थान तक पुलिस पूरी तरह से अलर्ट पर है. कोई अव्यवस्था नहीं फैले इसको लेकर दोनों राज्यों की सरकारों ने पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं. दिल्ली पुलिस के अधिकारी यूपी और हरियाणा पुलिस से भी संपर्क बनाए हुए हैं. पुलिस लोकल इंटेलिजेंस के जरिए आसाराम के आश्रमों और उनके समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखने का दावा कर रही है.