भारत-पाक के बीच संबंधों की नयी शुरुआत, डोकलाम पर कांग्रेस के सवाल
नयी दिल्ली: डोकलाम विवाद के बाद भारत और चीन के बीच निलंबित द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास साल के आखिर में बहाल होने की संभावना है. सरकारी सूत्रों ने आज यह जानकारी दी. सरकारी सूत्रों ने बताया कि दोनों देश सैन्य अभ्यास बहाल करना चाहते हैं क्योंकि यह दोनों थल सेनाओं के बीच विश्वास कायम करने का […]
नयी दिल्ली: डोकलाम विवाद के बाद भारत और चीन के बीच निलंबित द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास साल के आखिर में बहाल होने की संभावना है. सरकारी सूत्रों ने आज यह जानकारी दी. सरकारी सूत्रों ने बताया कि दोनों देश सैन्य अभ्यास बहाल करना चाहते हैं क्योंकि यह दोनों थल सेनाओं के बीच विश्वास कायम करने का काम करेगा. उन्होंने बताया कि दोनों देशों की थल सेनाओं के बीच सैन्य अभ्यास ‘ हैंड इन हैंड ‘ चीन में अगले चार-पांच महीनों के अंदर होगी. इस बारे में जल्द ही एक घोषणा होने की संभावना है. समझा जाता है कि सालाना अभ्यास बहाल करने के मुद्दा का जिक्र कल बीजिंग में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और उनके चीनी समकक्ष जनरल वेई फेंग के बीच हुई वार्ता के दौरान हुआ.
गौरतलब है कि सीतारमण शंघाई सहयोग संगठन ( एससीओ ) देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शरीक होने के लिए बीजिंगगयी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के दौरे के दौरान शुक्रवार को चीनी शहर वुहान की यात्रा करेंगे. वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक अनौपचारिक बैठक करेंगे, जिसे दोनों देशों के बीच परस्पर विश्वास कायम करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.
चीनी उप विदेश मंत्री कोंग शुआनयू ने कहा कि दोनों नेता लंबित मुद्दों का हल करने के लिए अहम आमराय बनाने की कोशिश करेंगे और वुहान में अपनी वार्ता के दौरान परस्पर विश्वास बनाएंगे. डोकलाम में भारत और चीन के सैनिकों के बीच पिछले साल 16 जून से 73 दिनों तक गतिरोध चला था.
मोदी सरकार ने डोकलाम पर सुरक्षा, सामरिक हितों से समझौता किया : कांग्रेस
बेंगलुरु : कांग्रेस ने आज आरोप लगाया कि डोकलाम पर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और सामरिक हितों से समझौता किया गया है. उन्होंने दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने इस विषय पर चीन यात्रा के दौरान षड्यंत्रपूर्ण चुप्पी साध रखी है. कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाताओं से यहां कहा कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज डोकलाम में एक चीनी सैन्य परिसर के निर्माण के विषय पर चीन का मुकाबला करने से पूरी तरह से दूर रहे. जबकि यह भारतीय सेना की चौकी से महज 10 मीटर दूर थी.
उन्होंने आरोप लगाया कि डोकलाम के दक्षिण में चीन के एक नयी सड़क बनाने के विषय पर दोनों मंत्रियों ने चीन का मुकाबला नहीं किया. सुरजेवाला ने यह भी पूछा कि क्या मोदी 27-28 अप्रैल को होने वाले सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति के समक्ष यह मुद्दा उठाएंगे. गौरतलब है कि बीजिंग मेंमंगलवार से शुरू हुए शंघाई सहयोग संगठन ( एससीओ ) के रक्षा मंत्रियों और विदेश मंत्रियों की बैठकों में निर्मला और सुषमा शरीक हुए हैं. भारतीयों के लिए नौकरियां बचाने पर मोदी सरकार की नीति पर सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार ने भारतीय प्रवासियों को नाकाम कर दिया है क्योंकि अमेरिका ने भारतीयों के लिए एच -4, एच 1- बी और एल 1 वीजा पर सख्त रुख अख्तियार किया है. सुरजेवाला ने दावा किया कि एच 1 बी दर्जा गंवाने के बाद करीब 7. 5 लाख भारतीयों को स्वदेश वापस भेजा जा सकता है.