जम्मू : जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ ही घंटे बाद कवींद्र गुप्ता ने सोमवार को यह कहकर विवाद पैदा कर दिया कि कठुआ में आठ साल की लड़की से बलात्कार एवं उसकी हत्या छोटी घटना है जिसे बहुत ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए.
इस बयान की विपक्षी दलों ने तत्काल आलोचना की जिसके बाद गुप्ता ने स्पष्टीकरण जारी किया. गांधीनगर विधानसभा सीट से विधायक आरएसएस के पुराने स्वयंसेवक 59 वर्षीय गुप्ता से संवाददाताओं ने यह पूछा था कि महबूबा मुफ्ती सरकार में यह फेरबदल क्या कठुआ कांड का नतीजा है? भाजपा के कुछ नेताओं ने पिछले महीने कठुआ कांड के आरोपियों के समर्थन में एक रैली में हिस्सा लिया था. गुप्ता ने कहा, ‘कठुआ मामला एक छोटा सा मामला है. इसको इतना तूल नहीं देना चाहिए.’ जब उनसे कठुआ कांड की सीबीआई जांच की मांग के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘मामला अदालत में है, उसे तय करने दीजिये.’
नेशनल कांफ्रेंस के जम्मू प्रांत के अध्यक्ष और विधायक देवींद्र सिंह राणा ने यह कहते हुए गुप्ता के बयान की निंदा की कि इससे इस भीषण अपराध के प्रति असंवेदनशीलता परिलक्षित होती है. यह अपराध मानवता पर दाग है और इससे राज्य की बदनामी हुई है. उन्होंने कहा कि यह सत्तारुढ़ दल की मानसिकता का निराशाजनक परिलक्षण है. कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने ट्वीट किया, ‘बलात्कारी समर्थक विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने के बाद ये बेशर्म/ हृदयहीन भाजपा नेता उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता कहते हैं कि कठुआ में आठ साल की लड़की से बलात्कार और उसकी हत्या छोटा मुद्दा है, इसे ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए. और उनके समर्थक हंसते हैं. शर्मनाक, भाजपा के लिए शर्मनाक.’
अपने बयान की निंदा होने के बाद गुप्ता ने स्पष्टीकरण जारी किया और कहा कि उनका मतलब था कि कठुआ कांड अदालत के समक्ष विचाराधीन है. उन्होंने कहा, ‘लगातार इस मुद्दे पर चर्चा करना सही नहीं है. इस मामले को भाव देना अच्छी बात नहीं है. मैंने कहा कि इस तरह के ढेर सारे मुद्दे हैं.’ आरोप है कि कठुआ जिले के एक गांव में आठ साल की लड़की से बलात्कार किया गया और उसकी हत्या की गयी. इस घटना पर देशभर में जनाक्रोश पैदा हो गया था. जम्मू के तीन बार महापौर रहे गुप्ता ने 2014 में पहली बार गांधीनगर निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ा था और विजय हासिल की थी. उन्हें 2015 में जम्मू कश्मीर विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. बतौर विधानसभा अध्यक्ष गुप्ता ने यह दावा कर विवाद खड़ा कर दिया था कि सुंजवान सैन्य कैंप के समीप बसे रोहिंग्या ही इस साल फरवरी में हुए आतंकवादी हमले में शामिल थे. बाद में उन्होंने कहा था कि उनके शब्द कार्यवाही से निकाल दिये जायें. गुप्ता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल शर्मा और छह अन्य को सोमवार को राज्य की पीडीपी-भाजपा सरकार में मंत्री पद की शपथ दिलायी गयी.